सूर्यकुंड तालाब का पानी अब सालोंभर रहेगा साफ
गया : धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण सूर्यकुंड तालाब का पानी अब सालोंभर साफ रहेगा. इससे यहां पितृपक्ष, छठ व दूसरे मौकों पर आनेवाले श्रद्धालुओं को गंदे पानी की समस्या से निजात मिलेगी. इसके लिए पीएचईडी ने तालाब में 30 लाख रुपये की लागत से मोटर पंप लगाया है, जो गंदे पानी को तालाब से बाहर […]
गया : धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण सूर्यकुंड तालाब का पानी अब सालोंभर साफ रहेगा. इससे यहां पितृपक्ष, छठ व दूसरे मौकों पर आनेवाले श्रद्धालुओं को गंदे पानी की समस्या से निजात मिलेगी. इसके लिए पीएचईडी ने तालाब में 30 लाख रुपये की लागत से मोटर पंप लगाया है, जो गंदे पानी को तालाब से बाहर करेगा व साफ पानी को तालाब में उड़ेलगा.
इस मोटर पंप का पितृपक्ष मेले के समय ट्रायल भी किया गया था, जो सफल रहा है. पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता विवेक कुमार कहते हैं कि गया शहर के अंदर तालाब को गंदे पानी से निजात दिलाने के लिए विभाग ने यह पहल की है.
सेंट्रीफ्यूगल पंप के जरिये गंदे पानी की निकासी : देवघाट व संगतघाट के पास विभाग ने फल्गु नदी में बोरिंग कर सबमर्सिबल पंप लगाया है. पाइप लाइन के जरिये यहां से पानी सूर्यकुंड तालाब में पहुंचाया जाता है.
वहीं, सूर्यकुंड तालाब परिसर में सेंट्रीफ्यूगल पंप लगाया गया है. इस पंप से पाइप लाइन को तालाब में कुछ गहराई तक डाला गया है. इसी पंप के जरिये तालाब का गंदा पानी समीप की ही नाली में पहुंचाया जाता है. इसके लिए बकायदा एक पंप आॅपरेटर को तैनात किया गया है.
हर तीन माह के अंतराल में होगी सफाई
पीएचईडी के एसडीओ विक्षेप कुमार ने बताया कि हर तीन माह के अंतराल में सिर्फ पांच दिनों तक इस पंप को अगर चलाया जाये, तो तालाब में जमा गंदा पानी निकल जायेगा. गौरतलब है कि पितृपक्ष, छठ, मिनी पितृपक्ष समेत कुछ विशेष मौके पर तालाब की साफ-सफाई होती है. इसके अलावा बाकी दिन तालाब को लेकर प्रशासन उदासीन रहता है. अब मोटर पंप के लगने से सालोंभर तालाब का पानी साफ रहेगा़