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गया :निर्माणाधीन बिल्डिंग में जमा थे अपराधी, पुलिस को देख भागे

गया : मगध मेडिकल काॅलेज कैंपस अब अपराधियों का ठिकाना बनता जा रहा है. चोरी-छिनतई की घटना के बाद अब अपराधी हथियार के साथ यहां जमा हो रहे हैं. बुधवार की सुबह लगभग नौ बजे मेडिकल थाने की पुलिस किसी काम से कैंपस में गयी थी. इस दौरान पुलिसकर्मियों की नजर न्यू गर्ल्स हाॅस्टल के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 2, 2018 9:50 AM
गया : मगध मेडिकल काॅलेज कैंपस अब अपराधियों का ठिकाना बनता जा रहा है. चोरी-छिनतई की घटना के बाद अब अपराधी हथियार के साथ यहां जमा हो रहे हैं. बुधवार की सुबह लगभग नौ बजे मेडिकल थाने की पुलिस किसी काम से कैंपस में गयी थी. इस दौरान पुलिसकर्मियों की नजर न्यू गर्ल्स हाॅस्टल के पास एक बिल्डिंग पर गयी,यहां कुछ लड़के जमा थे.
पुलिसकर्मियों के पास पहुंचते ही लड़के भागने लगे. कुछ दूर तक पीछा किया गया लेकिन सभी भागने में सफल रहे. जिस जगह पर लड़के जमा थे,वहां से पुलिस को एक देसी पिस्तौल और कारतूस मिले. घटना से पुलिस के कान खड़े हो गये हैं. मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. मगध मेडिकल थानाध्यक्ष लाल बिहारी पासवान ने पूरी जानकारी दी अौर बताया कि मामले की जांच चल रही है.
इधर हैरान करने वाली बात यह है कि कैंपस में अपराधियों का जमा होना, पुलिस को उनके पास हथियार मिलने की जानकारी न तो प्राचार्य को है और न ही अधीक्षक को. दोनों ने इस मामले में अपनी अनभिज्ञता जाहिर की.
कैंपस में होती रही हैं चोरी और छिनतई की घटनाएं : पहले से ही कैंपस में चोरी और छिनतई की घटना होती रही हैं. इस संबंध में यहां पढ़ने व काम करनेवाले चिकित्सकों ने कई बार काॅलेज प्रशासन व पुलिस को जानकारी दी,लेकिन आज तक इन चीजों को कंट्रोल करने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया. यही कारण है कि अब यहां हथियार के साथ अपराधी जमा हो रहे हैं.
काॅलेज में ही पढ़ने वाले एक छात्र ने कहा कि प्राचार्य व दूसरे प्रशासकीय पदाधिकारियों को कैंपस की सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है. यह लोग शिकायत करने वाले छात्रों को ही डांट कर भगा देते हैं. जाहिर सी बात है कि काॅलेज में हथियार के साथ अपराधियों की मौजूदगी सभी के लिए डर का कारण बन सकती है. एेसे में अगर किसी दिन कोई बड़ी घटना हो गयी तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा.
जान कर भी मामले को दबा रहे अधिकारी !
इस मामले में जब कॉलेज के प्राचार्य डाॅ एचजी अग्रवाल से जानकारी मांगी गयी तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है. पता करने की बात कही, और फिर उनसे संपर्क नहीं हो सका. कुछ ऐसा ही बयान अधीक्षक डाॅ बिजय कृष्ण प्रसाद का भी था.
इन दोनों पदाधिकारियों के इनकार पर कई सवाल खड़े होते हैं. मेडिकल काॅलेज अस्पताल में होने वाली छोटी-बड़ी गतिविधियों की जानकारी इन दोनों अधिकारियों को दी जाती है, तो फिर इतनी बड़ी घटना की जानकारी इन्हें कैसे नहीं है. इसी मामले में एक दूसरी कड़ी यह भी है कि इस घटना की जानकारी कॉलेज में सुरक्षा का काम देखने वाली एजेंसी ने लिखित तौर पर प्राचार्य को दी है. बावजूद इसके अगर प्राचार्य घटना की जानकारी से इन्कार कर रहे हैं तो स्पष्ट है कि कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर है और अधिकारी जान बुझ कर मामले को दबा रहे हैं .

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