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आयुर्वेदिक दवा के कारखाने पर छापा, जब्त हुआ सारा माल

मानपुर : बुनियादगंज थाना क्षेत्र के कुकरा दहियार टोला मुहल्ले में वर्षों से चल रहे एक अवैध आयुर्वेदिक दवा कारखाना में मंगलवार की दोपहर छापेमारी की. छापेमारी में ड्रग इंस्पेक्टर की तीन सदस्यीय टीम ने कारखाने के अंदर बन रही दवाओं की जांच की व वहां से दवा बनाने वाले कच्चे पदार्थ लगभग दो ट्रैक्टर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2018 5:46 AM
मानपुर : बुनियादगंज थाना क्षेत्र के कुकरा दहियार टोला मुहल्ले में वर्षों से चल रहे एक अवैध आयुर्वेदिक दवा कारखाना में मंगलवार की दोपहर छापेमारी की. छापेमारी में ड्रग इंस्पेक्टर की तीन सदस्यीय टीम ने कारखाने के अंदर बन रही दवाओं की जांच की व वहां से दवा बनाने वाले कच्चे पदार्थ लगभग दो ट्रैक्टर जब्त किये. कारखाने के अंदर लगे उपकरण भी जब्त कर लिये गये हैं.
यह कारखाना कुकरा गांव के रहनेवाले दलजीत साव के मकान में चल रहा था. इसे चलानेवाले जहानाबाद के सिकंदर कुमार हैं. पुलिस ने कारखाने के दो मजदूरों को भी हिरासत में लिया है. मजदूरों की निशानदेही पर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गेरे धनकुट्टी गांव में छापेमारी की गयी. वहां भी भारी मात्रा में उपकरण के अलावा पाउडर-चूर्ण बरामद हुए. छापेमारी दल का नेतृत्व कर रहे साउथ बिहार आयुर्वेद दवा के प्रभारी डॉ सत्यनारायण, शेरघाटी ड्रग इंस्पेक्टर योगेंद्र प्रसाद, सदर गया ड्रग इंस्पेक्टर अशोक यादव के अलावा बुनियादगंज थाने की पुलिस मौजूद थी.
चंदा नामक दवा कंपनी का लगता है लोगो : दवाओं के पैकेट पर चंदा कंपनी का लोगो लगा कर गठिया, कमर दर्द, जोड़ों के दर्द, घुटनों का दर्द, नपुंसकता, सायटिका के अलावा जटिल व असाध्य रोगों के इलाज का दावा किया जाता था. पटना से आये आयुर्वेदिक डॉक्टर सत्यनारायण ने बताया कि इस तरह की गलत दवाएं लोगो को आसानी से मिल जाती हैं. मरीज गलत दवाओं के चक्कर में फंस कर अपना समय व पैसा के साथ स्वास्थ्य भी बर्बाद कर लेते हैं.
श्री नारायण ने बताया कि कारखाने के अंदर से अंग्रेजी की दवाएं जब्त हुई हैं. कारखाने को चलानेवाले व धंधे में सहयोग करनेवालों की पहचान कर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज की जा रही है. छापेमारी के दौरान पकड़े गये दो मजदूरों की पहचान जहानाबाद के नंदनपुरा के गौतम कुमार व बुनियादगंज थाना के पंडाबिगहा के धर्मेंद्र यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
कई अंग्रेजी दवाएं भी जब्त
कारखाना से निर्मित दवाएं बिहार, यूपी, झारखंड व पश्चिम बंगाल भेजी जाती थीं. सूत्रों के अनुसार, मसाले में गलत तरीके से अंग्रेजी दवाएं मिला कर गोलियां बनायी जाती थी. उसे छोटे-छोटे पैकेट में डाल कर भेजा जाता था.

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