सेना में करें 30 फीसदी मुसलमान के बच्चे, पाकिस्तान को सीखा देंगे सबक : बलियावी, कहा…, देखें वीडियो

गया : गया के डुमरिया में कौमी इत्तेहाद मोर्चा के बैनर तले आयोजित सभा में मुख्य अतिथि जदयू पार्षद सह कौमी इत्तेहाद मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि देश की आजादी से लेकर अब तक किसी मुसलमान का बेटा सेनाध्यक्ष के पद पर नहीं रहा, तो फिर देश में आतंकवाद कहां […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2018 9:22 AM

गया : गया के डुमरिया में कौमी इत्तेहाद मोर्चा के बैनर तले आयोजित सभा में मुख्य अतिथि जदयू पार्षद सह कौमी इत्तेहाद मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि देश की आजादी से लेकर अब तक किसी मुसलमान का बेटा सेनाध्यक्ष के पद पर नहीं रहा, तो फिर देश में आतंकवाद कहां से आया. ज्यादा नहीं मात्र 30 प्रतिशत मुसलमान के बच्चे को फौज में भर्ती करा दें फिर देखता हूं कि आतंकवाद देश से कैसे खत्म नहीं होता है.

उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से अब तक हमारे देश में तीन सेना है- जल सेना, थल सेना और वायु सेना. लेकिन, आजादी के बाद से अब तक किसी सेना का अध्यक्ष कोई मुसलमान नहीं हुआ है. कोई भी सेनापती मुसलमान नहीं हुआ है. मामूली 72 साल हुए है देश को आजाद हुए. हमने जिन्हें अपना हमदर्द समझ कर 42 साल तक सत्ते में रखा, जिनकी सत्ता के लिए मेरा कंधा रहा, 42 साल तक सत्ते में थे, इसके बावजूद कोई मुसलमान का बच्चा सेनाध्यक्ष नहीं बन पाया. रंगनाथ मिश्रा कमीशन की रिपोर्ट कहती है कि सेना और सरकारी नौकरी में मुसलमान का बच्चा दाल में नमक के बराबर भी नहीं है. जब मुसलमान के बच्चे ही नहीं हैं, तो फिर पाकिस्तान के आतंकवादी भारत के सरहद पर आते कैसे हैं. अगर आपको मारने में हाथ कांप रहा है, तो 30 प्रतिशत फोर्स और फौज में मुसलामन के बच्चे को जगह दे दो, हमेशा के लिए पाकिस्तान को सबक सीखा देंगे.

कहा- आतंकवाद को हराने के लिए एकजुट हों सभी

उन्होंने कहा कि 1982 में भागलपुर में जो दंगा हुआ, उसमें ना हिंदू जला, ना मुसलमान. उसमें जला है तो हिंदुस्तान का बेटा. उसमें अपने देश के बेटों का कत्ल हुआ. उन्होंने देश की हर राजनीतिक नेता व पार्टी को कहा कि हत्या की राजनीति नहीं करें. इसलिए सता में आने के लिए हत्या का व्यापार नहीं करें. कौमी इत्तेहाद का मिशन है एक-एक व्यक्ति का सम्मान करना. नये समाज का गठन करना. मुसलमान के माथे पर जो कलंक का टीका लगा है, उसे इत्तेहाद मोर्चा मिटाने का काम करेगा. हिंदू, मुसलमान की राजनीति करने से देश से आतंकवाद नहीं खत्म होनेवाला है. इसके लिए हर एक को एकजुट होने की जरूरत है. अपने आप देश से आतंकवाद मिट जायेगा. इसलिए देश में एक ही नारा होना चाहिए ‘आतंकवाद मिटाओ, देश बचाओ.’ 1984 के सिख दंगे में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी करार के संदर्भ में उन्होंने बताया कि यह अदालत का मामला है. कौन दोषी है, इसका फैसला अदालत करेगी. मैं इस पर कुछ नहीं कहा सकता.



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