बीच नदी में आधी रात को महिला ने बच्ची जन्मी, पुलिस परेशान
गया : बिहारके गया में बांकेबाजार क्षेत्र के पननिया गांव की एक महिला के साथ सोमवार की रात अजीबोगरीब घटना घटी. हुआ यूं कि महिला प्रसव पीड़ा से सोमवार की रात कराह उठी. आनन फानन में उसके परिजनों ने महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए गांव में वाहन तलाशा, लेकिन उन्हें कोई भी वाहन नहीं […]
गया : बिहारके गया में बांकेबाजार क्षेत्र के पननिया गांव की एक महिला के साथ सोमवार की रात अजीबोगरीब घटना घटी. हुआ यूं कि महिला प्रसव पीड़ा से सोमवार की रात कराह उठी. आनन फानन में उसके परिजनों ने महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए गांव में वाहन तलाशा, लेकिन उन्हें कोई भी वाहन नहीं मिल सका. इधर, बेइंतहा दर्द से कराह रही महिला को उसके परिजन उसे पैदल ही बांकेबाजार अस्पताल ले जाने लगे. इसी दौरान नवाडीह गांव स्थित मोरहर नदी के पास महिला दर्द से बुरी तरह से बेचैन हो उठी और नदी में ही उसने एक बच्ची को जन्म दिया. इसके बाद सभी परिजन वापस पननिया लौट गये. जच्चा-बच्चा दोनों ही स्वस्थ बताये जा रहे हैं पर यह कहानी यहीं खत्म नहीं हो रही है. इस घटना से नवाडीह व उसके पास के इलाकों में जबरदस्त सनसनी फैल गयी. गांव में किसी महिला के साथ अनहोनी होने की चर्चा जोर पकड़ने लगी.
हुआ यूं कि मंगलवार की सुबह मोरहर नदी में ढेर सारे खून के धब्बे, साड़ी चूड़ी व अन्य सामान देख लोग सकते में पड़ गये. साड़ी के ऊपर ताजा खून का धब्बा देख कर कहने लगे कि किसी महिला की हत्या की गयी है और उसका शव नदी में ही ठिकाने लगा दिया गया है. यह बात क्षेत्र में तेजी से फैल गयी. क्षेत्र में कानो-कान कई तरह की चर्चाएं भी होने लगीं. यही तत्काल प्रभाव से घटना की सूचना पुलिस को दी गयी. सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई और घटनास्थल का मौका मुआयना किया गया, पर पुलिस को बात समक्ष में नहीं आयी तो उसने फॅारेंसिक टीक को मौके पर बुलाने की तैयारी शुरू हो गयी. साथ ही बरामद खून के नमूने को जांच के लिए लैब भेजे जाने की भी तैयारी जोरों पर चलने लगी. मौके पर क्षेत्र के लोगों की बड़ी भीड़ एकत्रित हो गयी.
यह सब तैयारी चल ही रही थी कि फुलवरिया गांव के रहने वाले नेता अशोक कुमार ने पुलिस व अन्य गांव वालों को सूचना दी कि पननिया गांव के इम्तेयाज खान की पत्नी शबनम खातून को सोमवार की रात उसके परिवार वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव कराने ले जा रहे थे. रात में वाहन उपलब्ध नहीं होने के कारण पैदल ही उसे बांकेबाजार ले जाया जा रहा था. मोरहर नदी पहुंचते ही महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ गयी और उसने नदी में ही बच्ची को जन्म दिया. यही कारण था कि नदी में महिला की साड़ी, चूड़ी उसी स्थान पर परिजन छोड़ गये हैं. इस बात की जानकारी मिलते ही पुलिस व अन्य लोगों ने राहत की सांस ली.
इधर, बांकेबाजार एसएचओ शशि कुमार राणा ने बताया कि नदी से बरामद खून को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिये जाने की तैयारी हो रही थी तभी पता चला कि वहां पर एक महिला के प्रसव के दौरान खून गिरा था.