गया : संक्रांति में अब एक माह से भी कम का समय बचा है. पतंग उड़ाने, पेच लड़ाने और जीतने की होड़ में लोग चाइनीज मांझा का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसे ही पतंग की डोर से एक फौजी का गला बुधवार को कट गया. घायल फौजी को इलाज के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि, अब फौजी खतरे से बाहर बताया जाता है.
जानकारी के मुताबिक, पतंग की धारदार डोर संभवत: चाइनीज मांझे से एक फौजी बुधवार को घायल हो गया. पतंग की डोर से फौजी का गला और बायें हाथ की दो उंगलियां कट गयी हैं. फौजी का इलाज बाइपास स्थित बुद्धा बिहार अस्पताल में कराया जा रहा है. फौजी के गले में 15 स्टिच लगे हैं. घायल जवान मुफस्सिल थाने के भदेजी के रहनेवाले गणेश प्रसाद के 33 वर्षीय पुत्र शशि कुमार मेहता बताये जाते हैं. घायल शशि ने बताया कि पुणे में वह फौज में तैनात है. नौ दिसंबर को वह घर आया था. पांच जनवरी को उसे वापस नौकरी पर लौटना था. इससे पहले वह ड्रेस का ऑर्डर देने बाइक से एटी गेट गया था. वहां से लगभग दो बजे लौट रहा था, तो बाइपास स्थित हनुमान मंदि र के पास गले में कुछ फंसा हुआ महसूस हुआ. बाइक पर सवार होने के कारण तुरंत नहीं रुक सका. कुछ दूर चलने पर गले के ऊपर फंसी चीज को निकालने के लिए बायें हाथ का इस्तेमाल किया. इससे गला और बायें हाथ की दो उंगलियां भी कट गयीं. अस्पताल में इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि घायल फौजी को 15 स्टिच लगे हैं और उसके बायें हाथ के दो उंगली हड्डी तक कट गयी है. हालांकि, घायल की स्थिति खतरे से बाहर है. बताया जाता है कि इन दिनों हर जगह चाइनीज मांझा धागा का इस्तेमाल कर लोग पतंग उड़ाते हैं.