गया : 15 वर्षों में भी नहीं बना 550 फुट नाला, नारकीय माहौल में रहते हैं शहरी लोग
गया : निगम के वार्ड नंबर 34 के गेवाल बिगहा बथानपर मुहल्ले में निगम के कर्मचारी साफ-सफाई करने नहीं पहुंचते हैं. नाली जाम होने के कारण सड़कों पर गंदा पानी बहता है. ये बातें स्थानीय तितर साव, प्रेम यादव, विजय कुमार, लखन यादव, राजू यादव, गुलाबी देवी, पारस यादव व आरती देवी आदि ने कहीं. […]
गया : निगम के वार्ड नंबर 34 के गेवाल बिगहा बथानपर मुहल्ले में निगम के कर्मचारी साफ-सफाई करने नहीं पहुंचते हैं. नाली जाम होने के कारण सड़कों पर गंदा पानी बहता है. ये बातें स्थानीय तितर साव, प्रेम यादव, विजय कुमार, लखन यादव, राजू यादव, गुलाबी देवी, पारस यादव व आरती देवी आदि ने कहीं. इधर, प्रेस रिपोर्टर के आने की सूचना पर सक्रिय हुई पार्षद ने खानापूर्ति के लिए दो सफाई कर्मचारी मौके पर भेज दिये.
लोगाें ने बताया कि 15 वर्षों में मुहल्ले में 550 फुट नाला नहीं बन सका है और विकास की बातें यहां के लिए बेमानी है. हर पांच वर्ष में 200 फुट भी नाली बनायी जाती, तो अब तक यह समस्या दूर हो जाती.
नगर निगम कर्मचारी भी सप्ताह में एक बार यहां कचरा उठाने के लिए पहुंचते हैं. झाड़ू लगाने यहां निगम कर्मचारी पहुंचते ही नहीं हैं. स्थानीय वार्ड पार्षद से शिकायत करने पर सिर्फ कहा जाता है कि नाली बनाने का एस्टिमेट बना लिया गया है, जल्द ही नाली बनाने में काम शुरू किया जायेगा. यहां नाली 1975 में बनायी गयी थी.
लेकिन, हर जगह नाली अब क्षतिग्रस्त हो गयी है. लोगाें ने बताया कि कई बार फोन करने के बाद पार्षद कुछ कर्मचारी को खानापूर्ति के लिए भेज देते हैं. यहां हाल यह है कि सामुदायिक भवन में बाउंड्री स्थानीय लोग चंदा कर करवा रहे हैं.
क्या कहती हैं वार्ड पार्षद : वार्ड पार्षद आरती देवी ने बताया कि हर दिन इस मुहल्ले में पांच ठेला व सफाई कर्मचारी भेजे जाते हैं. टेंपो भी वहां कचरा लाने के लिए जाता है. उन्होंने बताया कि यह सच है कि स्थानीय लोग चंदा कर सामुदायिक भवन की बाउंड्री करवा रहे हैं. कुछ जगहों पर स्थानीय लोगों के कारण भी गंदगी फैली रहती है. नाली जाम होने की जानकारी मिली थी, जिसे साफ करवा दिया गया है.