बोधगया : अशोका रेलिंग और क्षतिग्रस्त स्तूपों का जीर्णोद्धार जल्द कराने का निर्णय

बीटीएमसी की तिमाही बैठक में आय-व्यय के साथ लाइटिंग सिस्टम में बदलाव पर भी हुई चर्चा बोधगया : विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर परिसर स्थित लंबित विकास कार्यों को अगले पर्यटन सीजन से पहले पूरा कराने को लेकर मंगलवार को आहूत तिमाही बैठक में मंथन किया गया. इसके तहत महाबोधि मंदिर के चारों ओर इनरक्षेत्र में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2019 5:09 AM
बीटीएमसी की तिमाही बैठक में आय-व्यय के साथ लाइटिंग सिस्टम में बदलाव पर भी हुई चर्चा
बोधगया : विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर परिसर स्थित लंबित विकास कार्यों को अगले पर्यटन सीजन से पहले पूरा कराने को लेकर मंगलवार को आहूत तिमाही बैठक में मंथन किया गया.
इसके तहत महाबोधि मंदिर के चारों ओर इनरक्षेत्र में स्थित प्राचीन अशोका रेलिंग का जीर्णोद्धार जल्द से जल्द कराने को लेकर एएसआइ से संपर्क करने का निर्णय किया गया. कमजोर व टूट-फूट रही अशोका रेलिंग को दुरुस्त करने का काम ऑर्किलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआइ) की इजाजत व देखरेख में किया जाना है.
इसके लिए बीटीएमसी ने पिछले वर्ष ही एएसआइ से अनुरोध किया था. लेकिन, एएसआइ द्वारा इसमें दिलचस्पी नहीं लेने के कारण कार्य में विलंब हो रहा है. इसके साथ ही, पिछले वर्ष मंदिर परिसर में स्थित पीपल की एक बड़ी टहनी के गिर जाने से क्षतिग्रस्त हुए करीब 17 से ज्यादा बौद्ध स्तूपों की मरम्मती का काम भी अब तक नहीं हो सका है. इसके लिए भी एएसआइ की सहमति की जरूरत है. इसमें भी विलंब हो रहा है. इसके लिए भी एएसआइ से संपर्क करने पर चर्चा की गयी. महाबोधि मंदिर परिसर में किये जाने वाली नयी लाइटिंग व्यवस्था के कार्यारंभ के लिए संबंधित एजेंसी के लोग फिलहाल यहां डेमोस्ट्रेशन देने पहुंचे हैं. इसके बाद उसे मंदिर परिसर में काम शुरू करने की स्वीकृति प्रदान कर दी जायेगी.
इस बात पर भी सदस्यों ने विमर्श किया. हालांकि, लाइटिंग के लिए संबंधित संस्था के साथ बीटीएमसी का एमओयू हो चुका है. बीटीएमसी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, तिमाही बैठक में मंदिर को प्राप्त आय व इसके रखरखाव व देखरेख को लेकर होने वाले व्यय पर चर्चा की गयी.
अन्य कई कार्यों को लेकर भी सदस्यों ने चर्चा की व उसे नियत समय पर पूरा कराने का निर्णय किया गया. मंदिर की सुरक्षा व अन्य व्यवस्था की भी समीक्षा की गयी. बैठक में बीटीएमसी के पदेन अध्यक्ष डीएम अभिषेक सिंह, सचिव एन दोरजे, महंत रमेश गिरि, पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा, डॉ अरविंद कुमार सिंह, महाश्वेता महारथी, कृष्णा मांझी व भंते धम्मधीरो शामिल हुए.

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