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बिहार : गया में लू लगने से 17 लोगों की मौत, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण

पटना : बिहार पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने गया में लू से हुई 17 लोगों की मौत परप्रतिक्रियादेते हुए रविवार को कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हीट स्ट्रोक के कारण लोगों की मौत हो रही है.उन्होंने कहा, मैं लोगों को तापमान कम होने तक घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2019 10:40 AM

पटना : बिहार पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने गया में लू से हुई 17 लोगों की मौत परप्रतिक्रियादेते हुए रविवार को कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हीट स्ट्रोक के कारण लोगों की मौत हो रही है.उन्होंने कहा, मैं लोगों को तापमान कम होने तक घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह देता हूं. तेज गर्मी से मस्तिष्क प्रभावित होता है और विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं.’

एक ही दिन इतनी संख्या में हुई मौतों से मचा हाहाकार
औरंगाबाद/गया/नवादा : मगध प्रमंडल में शनिवार को गर्मी ने कहर बरपा दिया. प्रचंड गर्मी व लू से औरंगाबाद, गया व नवादा में 71 लोगों की मौत हो गयी. औरंगाबाद जिले में 33, गया में 25 व नवादा में 13 लोगों की मौत से हर तरफ मातम का माहौल है. औरंगाबाद के सिविल सर्जन डॉ सुरेंद्र प्रसाद ने जिले में 27 लोगों की मौत लू से होने की पुष्टि की है, जबकि बाकी लोगों की भी मौत भीषण गर्मी में बेहोश होने से हुई है. वहीं, नवादा डीएम कौशल कुमार ने तीन लोगों की मौत की पुष्टि की है. शनिवार की देर रात डीएम सदर अस्पताल पहुंचे और स्थित का जायजा लिया.
इस संबंध में राज्य के प्रधान सचिव का कहना है कि यह जांच के बाद ही कहा जा सकेगा कि लोगों की मौत भीषण गर्मी से हुई है या किसी अन्य कारण से. दिनभर सदर अस्पताल से लेकर शहर के अन्य निजी क्लिनिकों में अफरा-तफरी का माहौल रहा. इसके अलावे कई अन्य लोग भी लू के शिकार हुए हैं.
इधर, घटना की सूचना पर औरंगाबाद सदर एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार, एसडीपीओ अनूप कुमार सदर अस्पताल पहुंचे और मौत के कारणों की जानकारी ली. गया में गर्मी की मार ऐसी कि जिले में लू ने करीब 25 लोगों काे अपना ग्रास बना लिया. सिर्फ मगध मेडिकल अस्पताल में रात साढ़े 10 बजे तक लू से 25 माैत की पुष्टि हाे चुकी थी. उधर, जेपीएन अस्पताल में दिनभर में लू से पीड़ित 15 मरीज आये. इनमें तीन काे इलाज के बाद घर जाने के लिए छाेड़ दिया. चार अभी भर्ती हैं जबकि आठ काे एएनएमएमसीएच रेफर कर दिया गया.
अस्पताल अधीक्षक डाॅ विजय प्रसाद कृष्ण ने बताया कि अस्पताल में दिन भर में 10 ऐसे मरीज आये जाे पहले से ही मृत थे, जिन्हें प्राथमिक जांच के बाद ही छाेड़ दिया गया. 15 मरीजाें की इलाज के दाैरान अस्पताल में माैत हाे गयी. उन्हाेंने बताया कि मरीज ऐसे आ रहे हैं कि उनके बचाव का समय ही नहीं मिल पा रहा है. अभी मरीजाें के अस्पताल में पहुंचने का क्रम जारी है.
अव्यवस्था पर सीएस को फटकार
इधर, सांसद सुशील कुमार सिंह ने घटना पर सिविल सर्जन को कड़ी फटकार लगायी और स्पष्ट कहा कि सदर अस्पताल की कुव्यवस्था आम लोगों के जीवन पर भारी पड़ रही है. सांसद ने कहा कि उन्होंने सदर अस्पताल में हुई मौत की जांच कराने के लिए सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से आग्रह किया है. स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें स्पष्ट तौर पर कहा कि वे घटना की जांच कराते हुए लापरवाह चिकित्सकों पर कार्रवाई करेंगे.
मुख्यमंत्री ने 4-4 लाख अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने औरंगाबाद, गया और नवादा में भीषण गर्मी एवं लू से हुई लोगों की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वे आपदा की इस घड़ी में प्रभावित परिवारों के साथ हैं. मुख्यमंत्री ने तत्काल मृतकों के आश्रितों को आपदा राहत कोष से चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं, साथ ही पूरे बिहार में इस भीषण गर्मी एवं लू के मद्देनज़र जरूरी कदम उठाने के भी निर्देश दिये हैं. मुख्यमंत्री ने इससे प्रभावित लोगों के लिए शीघ्र हरसंभव चिकित्सीय सहायता की व्यवस्था करने के निर्देश दिया और उनके जल्द स्वस्थ होने के लिए ईश्वर से प्रार्थना भी की है.
आज सुबह पहुंचेंगे क्षेत्रीय निदेशक : प्रधान सचिव
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि औरंगाबाद से 30 लोगों के मौत की सूचना प्राप्त हो रही है. उन्होंने बताया कि औरंगाबाद में एक दिन में हुई इस मौत की जांच के लिए क्षेत्रीय स्वास्थ्य निदेशक को रविवार की सुबह औरंगाबाद जाने का निर्देश दिया गया है.
उनको निर्देश दिया गया है कि वह यह पता लगाये कि मौत का कारण गर्मी है या कोई अन्य. अगर गर्मी से एक दिन में इतनी मौत होती है, तो यह चिंता की बात है. यह तो वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा. प्रधान सचिव ने बताया कि गर्मी शुरू होते ही सभी जिलों को अलर्ट जारी कर दिया गया है. लोगों से गर्मी से बचने और उसके बचाव की अपील भी जारी की गयी है. इसके लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर मेडिकल कॉलेजों तक दवाओं को सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया गया है.

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