गया : जिले के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज में दो जुलाई से अब तक 22 बच्चों की मौत हो गयी. एएनएमसीएच के चिकित्सा अधीक्षक कहते हैं, ‘बताया जा रहा है कि यह एईएस का मामला हो सकता है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है, रिपोर्ट की प्रतीक्षा है. इसके बाद पता लगाया जायेगा.’
Bihar: 22 children admitted, 6 died at Anugrah Narayan Magadh Medical College in Gaya, since 2nd July. Medical Superintendent says, "It is being told that this might be the case of AES but it is yet to be confirmed, reports are awaited; it will be ascertained after that." (08.07) pic.twitter.com/6FVw8EzdFS
— ANI (@ANI) July 9, 2019
जानकराी के मुताबिक, करीब एक सप्ताह से अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जिले के विभिन्न क्षेत्रों और औरंगाबाद से जापानी इन्सेफेलाइटिस (जेइ) के संदिग्ध मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. रविवार को राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट (आरएमआरआइ) पटना की टीम ने अस्पताल में भर्ती चार बच्चों का सैंपल लिया था. इनमें फतेहपुर के रहनेवाले शिव कुमार की रिपोर्ट जेइ पॉजिटिव आयी है.
अस्पताल अधीक्षक विजय कृष्ण प्रसाद ने बताया कि यहां पर तत्काल में 14 मरीजों का इलाज किया जा रहा है. अब तक 22 पीड़ित बच्चे इलाज के लिए यहां भर्ती कराये गये हैं. इनमें से छह बच्चे की मौत हो गयी, जबकि दो बच्चों को बीमारी ठीक होने पर उन्हें घर भेज दिया गया. वहीं, एक बच्चे के परिजन अस्पताल को बिना कोई सूचना दिये उसे कहीं दूसरी जगह इलाज के लिए लेकर चले गये. उन्होंने बताया कि जेइ पॉजिटिव रिपोर्ट आती है. विशेष सतर्कता बरती जा रही है और नयी बिल्डिंग के आइसीयू में सभी बच्चों को इलाज के लिए शिफ्ट किया जा रहा है.
सूत्र बताते हैं कि अस्पताल में जेइ के पीड़ित बच्चे पहुंचने के साथ ही सरकार भी विशेष सतर्कता बरत रही है. लगातार दो दिनों से आरएमआरआइ की टीम यहां पहुंच कर भर्ती बच्चों के ब्लड सैंपल जांच के लिए ले जा रही है. मंगलवार को केंद्रीय टीम यहां अस्पताल के निरीक्षण के लि ए पहुंचने वाली है.