बोधगया : 15वें दलाईलामा के रूप में उत्तराधिकारी नियुक्त, दार्जिलिंग के सातवीं कक्षा में पढ़नेवाले बाल लामा का चयन!
कंचन/कलेंद्र प्रताप बोधगया : बाैद्ध धर्मगुरु 14वें दलाईलामा तेनजिन ग्यात्साे के बाद 15वें दलाईलामा काैन हाेंगे, इसकी अटकलें ताे वर्षाें से लगती आ रही हैं, लेकिन इसी बीच यह भी खबर आ रही है कि 14वें दलाईलामा द्वारा अपने उत्तराधिकारी के रूप में पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग क्षेत्र के रहनेवाले प्रेम वांगड़ी व पंजूराई के […]
कंचन/कलेंद्र प्रताप
बोधगया : बाैद्ध धर्मगुरु 14वें दलाईलामा तेनजिन ग्यात्साे के बाद 15वें दलाईलामा काैन हाेंगे, इसकी अटकलें ताे वर्षाें से लगती आ रही हैं, लेकिन इसी बीच यह भी खबर आ रही है कि 14वें दलाईलामा द्वारा अपने उत्तराधिकारी के रूप में पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग क्षेत्र के रहनेवाले प्रेम वांगड़ी व पंजूराई के सातवीं कक्षा में पढ़नेवाले बेटे काे 15वें दलाईलामा के रूप में चयन किया है.
वह दार्जिलिंग के अनंतपुर जिले के पुट्टपर्थी साईं बाबा ट्रस्ट द्वारा संचालित एक शैक्षणिक संस्थान में सातवीं कक्षा का छात्र है. बच्चे के माता-पिता की इजाजत से उसे मैसूर के पास वैलकुप्प में विशेष प्रशिक्षण के लिए भी भेजा जा चुका है. 14वें दलाईलामा द्वारा 15वें दलाईलामा का चयन किये जाने की खबर से चीन सहित पूरी दुनिया में सनसनी फैल गयी है.
पुनर्जन्म पर आधारित है दलाईलामा का चयन : दलाईलामा के विशेष दूत के रूप में जाने जानेवाले प्राेफेसर सामदाेंग रिम्पाेचे ने बताया कि हालांकि दलाईलामा ने 2011 में ही अपने जीवन काल में उत्तराधिकारी के चयन किये जाने की बात कही थी.
तब से यह कयास लगाया जा रहा है, लेकिन बाैद्ध परंपरा के अनुसार अब तक जाे दलाईलामा बनते आये हैं. उनका चयन पुनर्जन्म के आधार पर किया गया है. उन्हाेंने यह भी बताया कि एक दलाईलामा के देहावसान के बाद दूसरे दलाईलामा के चयन में काफी समय का अंतर भी रहा है, तब तक यह पद रिक्त रहा है.