जूनियर डॉक्टरों ने मगध मेडिकल में बंद किया काम

गया : सिक्यूरिटी, समुचित संसाधन, कर्मचारियों की कमी व सीनियर डॉक्टरों के असहयोग के कारण ड्यूटी करना मुश्किल हो रहा है. जूनियर डॉक्टरों के रहनेवाली जगह पर पानी व बिजली की भी समुचित व्यवस्था नहीं है. इस स्थिति में काम करने में काफी परेशानी होती है. उक्त बातें आयुक्त कार्यालय में शिकायत करने पहुंचे मगध […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2019 8:43 AM

गया : सिक्यूरिटी, समुचित संसाधन, कर्मचारियों की कमी व सीनियर डॉक्टरों के असहयोग के कारण ड्यूटी करना मुश्किल हो रहा है. जूनियर डॉक्टरों के रहनेवाली जगह पर पानी व बिजली की भी समुचित व्यवस्था नहीं है. इस स्थिति में काम करने में काफी परेशानी होती है. उक्त बातें आयुक्त कार्यालय में शिकायत करने पहुंचे मगध मेडिकल के जूनियर डॉक्टरों ने पत्रकारों से कहीं.

जूनियर डॉक्टरों ने असुविधाओं से निजात दिलाने की मांग को लेकर सोमवार की देर रात अस्पताल में हंगामा किया और काम करना बंद कर दिया. सोमवार की देर रात अधीक्षक डॉ विजय कृष्ण प्रसाद अस्पताल पहुंच कर जूनियर डॉक्टरों से बात की. लेकिन, बात नहीं बन सकी. मंगलवार की सुबह भी डॉक्टरों ने काम शुरू नहीं किया. जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीजों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
हालांकि, अस्पताल प्रशासन सब कुछ सामान्य होने की बात कह रहा है. जूनियर डॉक्टरों का कहना था कि सीनियर व अन्य स्तर के चिकित्सक इमरजेंसी से गायब रहते हैं. सीरियस मरीजों के पहुंचने पर सीनियर डॉक्टर को ही इलाज करना होता है. सीनियर के मौजूद नहीं रहने के कारण उनलोगों को इलाज करना पड़ता है. कुछ गलत हो जाने पर लोगों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ता है. इसके साथ ही नये इमरजेंसी में नर्स, ड्रेसर व सफाई कर्मचारी की उपलब्धता नहीं है.
जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि सिक्यूरिटी का इंतजाम ऐसा है कि कुछ विवाद होने पर पहले गार्ड ही भाग जाते हैं. इधर, इस संबंध में अधीक्षक डॉ विजय कृष्ण प्रसाद ने कहा कि कई बार डॉक्टरों को ड्यूटी पर मौजूद रहने की हिदायत दी गयी है. गायब रहने की सूचना पर स्पष्टीकरण भी मांगा जाता है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में उपलब्ध संसाधन के अनुसार बेहतर सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है. डॉक्टरों को अपनी जिम्मेदारी के साथ काम करनी चाहिए.

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