पितृपक्ष मेला : उत्तरमानस वेदी पितामहेश्वर में पिंडदानियों ने किया श्राद्ध
तीसरे दिन भीड़ के कारण श्रद्धालुओं ने वेदी स्थल के बाहर टेंट में बैठकर किया पिंडदान गया : पितृपक्ष के तीसरे दिन पिंडदानियों ने मोक्षनगरी के पंचतीर्थ पर पिंडदान किया. आश्विन कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि पर तीर्थयात्रियों ने पितामहेश्वर तालाब व सूर्यकुंड में तर्पण किया. इन दोनों स्थानों की पांच वेदियों पर कर्मकांड कर […]
तीसरे दिन भीड़ के कारण श्रद्धालुओं ने वेदी स्थल के बाहर टेंट में बैठकर किया पिंडदान
गया : पितृपक्ष के तीसरे दिन पिंडदानियों ने मोक्षनगरी के पंचतीर्थ पर पिंडदान किया. आश्विन कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि पर तीर्थयात्रियों ने पितामहेश्वर तालाब व सूर्यकुंड में तर्पण किया. इन दोनों स्थानों की पांच वेदियों पर कर्मकांड कर पितरों के मोक्ष की कामना की. इस दौरान पितामहेश्वर उत्तरमानस वेदी पर खासी भीड़ रही. तालाब के पास, मंदिर परिसर, पितामहेश्वर घाट व रास्ते के पास खाली जगह पर लोगों ने बैठ कर पिंडदान किया.
यहां जगह की कमी व अधिक भीड़ को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर वेदी स्थल के बाहर भी कई जगहों पर टेंट लगाये गये हैं, जहां बैठ कर श्रद्धालुओं ने पिंडदान किया. उत्तरमानस वेदी पर तर्पण करने के बाद श्रद्धालुओं ने मां शीतला मंदिर में स्थित उत्तरार्क भगवान सूर्य का दर्शन व पूजन किया. इसके बाद पिंडदानी विष्णुपद क्षेत्र स्थित पंचतीर्थ की अन्य वेदियों पर पिंडदान करने गये. सूर्यकुंड के उदीचिए, कनखल व दक्षिणमानस पर तीर्थयात्रियों ने पिंड अर्पित कर पूर्वजों के लिए स्वर्गलोक प्राप्ति की कामना की. इन जगहों के अलावा देवघाट व गदाधर घाट पर भी पिंडदानियों की भीड़ रही.
नदी में नहीं दिखी सफाई व्यवस्था : उत्तरमानस वेदी के आसपास व मंदिर परिसर में सफाई की व्यवस्था तो ठीक दिखी.लेकिन, पितामहेश्वर घाट के पास नदी का हिस्सा काफी गंदा था. जगह नहीं मिलने की वजह से कई पिंडदानी नदी में ही कर्मकांड करने बैठ गये. उत्तरमानस वेदी पर जगह की कमी की जानकारी जिला प्रशासन को तो रहती ही है .ऐसे में यहां की व्यवस्था बेहतर हो इसके लिए पहले से ही तैयारी कर ली जानी चाहिए थी.