सांप के डसने से हुई पप्पू की मौत, शव को घर में ही बंद करके हो रही है पूजा, दावा रविवार तक हो जाएगा जिंदा
गुरारू : बिहार के गया जिले से ऐसी खबर आ रही है जिससे सब हैरान हो गये हैं. यहां गुरारू प्रखंड के रौना पंचायत के रौना गांव में अंधविश्वास सिर चढ़ कर बोल रहा है. मृत युवक को झाड़- फूंक और प्रार्थना से जिंदा करने की नौटंकी गांव में चल रही है. पुलिस व गांव […]
गुरारू : बिहार के गया जिले से ऐसी खबर आ रही है जिससे सब हैरान हो गये हैं. यहां गुरारू प्रखंड के रौना पंचायत के रौना गांव में अंधविश्वास सिर चढ़ कर बोल रहा है. मृत युवक को झाड़- फूंक और प्रार्थना से जिंदा करने की नौटंकी गांव में चल रही है. पुलिस व गांव के अन्य लोग तमाशबीन बने हैं. गौरतलब है कि गांव के रामबली प्रजापत के 23 वर्षीय पुत्र पप्पू कुमार की मौत बुधवार की रात सांप के डंसने से हो गयी थी. डॉक्टरों ने उसे मृत भी घोषित कर दिया था. लेकिन अंधविश्वास लोगों पर इस कदर हावी है कि लोग उसे जिंदा करने के लिए एक घर में बंद कर अपने इष्ट का भजन कर रहे हैं.
और तो और मृत युवक के सीने पर एक धर्मग्रंथ भी रख दिया है. यह दावा भी किया जा रहा है कि युवक रविवार तक जिंदा हो जायेगा. युवक के पिता रामबली प्रजापत उसकी हालत में सुधार होने का दावा कर रहे हैं. खास बात यह है कि मृत युवक को एक कमरे में बंद कर दिया गया हैं. युवक किस अवस्था में है, उसके शव के साथ क्या-क्या किया जा रहा है, बाहरी लोग उसे नहीं देख सकते हैं. केवल उसके परिवार व झाड़-फूंक व उसे जिंदा करने के लिये प्रार्थना करने वाले चार पांच लोग ही उसे करीब से देख सकते हैं. प्रभात खबर में छपी खबर पर संज्ञान लेते हुए शुक्रवार को रौना गांव पहुंची कोंच थाने पुलिस भी सकते में आ गयी.
पुलिस को लिखित रूप से मृत युवक के पिता रामबली प्रजापत ने एक आवेदन दिया कि मुझे जब तक भगवान पर भरोसा रहेगा, तब तक वह अपने बेटे को इसी अवस्था में रखेंगे. उन्हें किसी पर भी केस मुकदमा नहीं करना है. इसके बाद कोंच थाने की पुलिस वापस लौट गयी. खास बात यह भी देखने को मिली कि पुलिस ने मृत युवक के शव को देखने तक का प्रयास नहीं किया. खबर लिखे जाने युवक को जिंदा करने के लिये प्रार्थना जारी थी.