बोले बिहार के पूर्व सीएम मांझी-सरकार के इशारे पर नेताओं को फंसा रही पुलिस
-मुख्यमंत्री ने कहा, प्रशासन बाज नहीं आया, तो उतरेंगे सड़क पर गया : जिला पुलिस के अधिकारी वर्तमान समय में सरकार के इशारे पर राजनीतिक दलों के नेताओं को फंसाने में जुटे हैं. इस रवैया से प्रशासन वाज नहीं आता है, तो सड़क पर उतरने की तैयारी की जायेगी. ये बातें पत्रकारों से बात करते […]
-मुख्यमंत्री ने कहा, प्रशासन बाज नहीं आया, तो उतरेंगे सड़क पर
गया : जिला पुलिस के अधिकारी वर्तमान समय में सरकार के इशारे पर राजनीतिक दलों के नेताओं को फंसाने में जुटे हैं. इस रवैया से प्रशासन वाज नहीं आता है, तो सड़क पर उतरने की तैयारी की जायेगी. ये बातें पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री सह हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने रविवार को गोदावरी स्थिति अपने आवास पर कहीं. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों करीमगंज व मैगरा में दो पक्षों में हुए विवाद के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने कई नेताओं को बुला कर मामले को शांत कराने की अपील की. करमौनी में शांति बैठक में गये हम के जिलाध्यक्ष टूटू खां को नामजद करते हुए केस कर दिया गया.
घटना के दिन जिलाध्यक्ष उनके आवास पर बैठक कर रहे थे. घटना की सूचना एसएसपी को उनके आवास से ही दी गयी थी. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले में आपराधिक वारदात रोकने में नाकाम साबित हो रही पुलिस अब नेताओं को हिस्ट्रीशीटर बनाने का प्रयास कर रही है. इससे कभी भी शांति बैठक के लिए नेताओं को बुलाया जायेगा, तो वे जाने से परहेज करने लगेंगे. उन्होंने बताया कि मुसहर जाति को एकत्र करने के लिए 20 अक्तूबर को पटना में सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. सत्तापक्ष की ओर से मुसहर एकता को तोड़ने के लिए 18 को सम्मेलन आयोजित करने की घोषणा की है.
बाढ़ पीड़ितों की मदद के नाम पर ढकोसला
पूर्व सीएम ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों की मदद के नाम पर सरकार पूरी तौर से ढकोसला कर रही है. अधिकारी बेपरवाह ढंग से काम कर रहे हैं, तो सत्ता पक्ष के नेताओं का ऐसा व्यवहार है कि जैसे उन्हें कोई मतलब ही नहीं है. उन्होंने कहा कि जदयू व भाजपा के नेता पटना में हुए जलजमाव को लेकर एक-दूसरे को दोषी करार दे रहे हैं. इन सब बातों से आमलोगों को झांसा दिया जा रहा है. भाजपा को जदयू से अधिक दिक्कत है, तो सरकार से नाता तोड़ कर यहां राष्ट्रपति शासन लगा दे.
डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ी
पूर्व सीएम ने कहा कि जलजमाव में गिरावट आने के बाद पटना में अब डेंगू जैसी घातक बीमारी लोगों को अपनी चपेट में ले रही है. करीब 600 मरीज पीएमसीएच में डेंगू के शिकार होकर भर्ती हुए हैं. सरकार की ओर से इस बीमारी की रोकथाम के लिए जल्द पहल शुरू नहीं की गयी, तो महामारी का रूप ले लेगी. उन्होंने कहा कि लोगों को अब दुर्गंध से निबटने में परेशानी हो रही है.