चयन सूची में गड़बड़ी का आरोप
गया: जिला पर्षद कार्यालय में सहमति पत्र लिये जाने की प्रक्रिया का बहिष्कार किये जाने के बाद जिला पर्षद अध्यक्ष नीमा कुमारी व जिला पर्षद सदस्य मुकेश कुमार यादव ने अभ्यर्थियों की चयनित सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. दोनों जनप्रतिनिधियों ने कहा कि चयन सूची बनाने में अनियमितता बरती गयी है. हम इसमें […]
गया: जिला पर्षद कार्यालय में सहमति पत्र लिये जाने की प्रक्रिया का बहिष्कार किये जाने के बाद जिला पर्षद अध्यक्ष नीमा कुमारी व जिला पर्षद सदस्य मुकेश कुमार यादव ने अभ्यर्थियों की चयनित सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. दोनों जनप्रतिनिधियों ने कहा कि चयन सूची बनाने में अनियमितता बरती गयी है. हम इसमें सुधार करने की मांग कर रहे थे, लेकिन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी रजनी अंबष्ठा ने सुधार करने से इनकार कर दिया.
उन्होंने कहा कि शिक्षक नियमावली का जिक्र करने पर प्रधान सचिव के नाम से धमकाया गया. सामाजिक विज्ञान में सामान्य कोटि में 58 अभ्यर्थियों का नियोजन होना है. प्रथम काउंसेलिंग में इस कोटि में 50 अभ्यर्थी उपस्थित हुए थे. शेष आठ अभ्यर्थियों के विरुद्ध पांच गुणा यानी 40 अभ्यर्थियों को बुलाना था. समिति की बैठक में भी ऐसा ही निर्णय लिया गया था, लेकिन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने पूरी सीटों का पांच गुणा अभ्यर्थियों को बुलाया. इतना ही नहीं, विश्वास में लेकर हड़बड़ी में हम लोगों से हस्ताक्षर भी करा लिये गये, जो धोखा है. इस प्रक्रिया से आरक्षित कोटे के अभ्यर्थियों को नुकसान हुआ है.
उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों की काउंसेलिंग व सहमति के लिए कम से कम पांच दिन पूर्व इंटरनेट पर सूची डाली जानी चाहिए थी, लेकिन कभी भी समय पर सूची नहीं डाली गयी. इससे अभ्यर्थियों को काफी परेशानी हुई. उन्होंने कहा कि उनकी आपत्तियों को नहीं सुना गया. नतीजतन, उन्होंने सहमति पत्र की प्रक्रिया में भाग नहीं लिया.