बारूदी सुरंग विस्फोट मामले में माओवादियों पर प्राथमिकी दर्ज

गया/बांकेबाजार : इमामगंज पुलिस अनुमंडल के लुटुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत हरदिया जंगल में शनिवार को आईईडी विस्फोट से 14 वर्षीया चंपा की हुई मौत के मामले को एसएसपी राजीव मिश्रा ने गंभीरता से लिया और लुटुआ थानाध्यक्ष को माओवादियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया है. प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2019 7:35 AM

गया/बांकेबाजार : इमामगंज पुलिस अनुमंडल के लुटुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत हरदिया जंगल में शनिवार को आईईडी विस्फोट से 14 वर्षीया चंपा की हुई मौत के मामले को एसएसपी राजीव मिश्रा ने गंभीरता से लिया और लुटुआ थानाध्यक्ष को माओवादियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया है. प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. एसएसपी ने बताया कि माओवादियों के द्वारा लगाये गये बारूदी सुरंग में बच्ची की जान गयी है. सूचना मिली है कि माओवादियों के द्वारा पीड़िता के परिजनों को डराया-धमकाया जा रहा है.

लुटुआ थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया है कि उस इलाके में सक्रिय माओवादियों की पहचान कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करें. इधर, रविवार को सीआरपीएफ व जिला पुलिस जंगलों में सर्च अभियान चलाया. हालांकि पुलिस के दिन भर खाक छानने के बाद भी चंपा की शव को बरामद नहीं कर सकी.
इधर, इस मामले में इमामगंज डीएसपी अजीत कुमार ने बताया कि लुटुआ थाना क्षेत्र के हरदिया जंगल में शनिवार को बांकेबाजार थाना क्षेत्र के बनकट गांव की शिवरतन मांझी की 14 वर्षीय पुत्री चंपा कुमारी लकड़ी चुनने गयी थी. इसकी मौत आईईडी विस्फोट में हो गयी थी. उन्होंने बताया कि उक्त युवती का शव को जला दिया गया है.
हालांकि उन्होंने बताया कि परिजनों द्वारा किसी प्रकार का कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. इधर, परिजनों की मानें तो घटना के बाद से चंपा की शव के लिए आंखें बिछाये बैठे हैं. चंपा की मां अपनी पुत्री को देखने के लिए चीख मार-मार कर रोते हुए दिख रही है. इधर, ग्रामीणों का कहना है कि यदि चंपा की शव बरामद हो जाती तो उसका दाह-संस्कार बनकट गांव के श्मशान घाट में ही किया जाता.
लेकिन, चंपा की शव परिजनों को अभी तक नहीं मिला है. जानकारी देते चले की शनिवार को थाना क्षेत्र के बनकट गांव के रहने वाली शिवरतन मांझी की 14 वर्षीय पुत्री चंपा कुमारी अपनी मां व ग्रामीणों के साथ लुटुआ थाना क्षेत्र के हरदिया जंगल में लकड़ी चुनने के दौरान नक्सलियों द्वारा प्लांट किये गये आईईडी पर उसका पैर चला गया और जो जोरों का धमाका हुआ.
इसमें चंपा की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी थी. विस्फोट के बाद लकड़ी चुनने गये सभी ग्रामीण वहां से भाग निकले थे. इस घटना के बाद परिजन एवं ग्रामीण चंपा की खोज में निकले परंतु शनिवार की देर रात तक उसका शव नहीं मिल पाया था.

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