डोभी में अपरािधयों ने चौकीदार की हत्या कर नदी में फेंका शव
डोभी : स्थानीय थाने में तैनात एक चौकीदार का शव रविवार को निलांजना नदी में मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी. जानकारी के अनुसार, डोभी थाना क्षेत्र के अमारूत गढ़पर निवासी 25 वर्षीय चौकीदार धर्मेंद्र यादव की हत्या कर शव को निलांजना नदी में फेंक दिया गया था. मृतक के शरीर पर मारपीट करने […]
डोभी : स्थानीय थाने में तैनात एक चौकीदार का शव रविवार को निलांजना नदी में मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी. जानकारी के अनुसार, डोभी थाना क्षेत्र के अमारूत गढ़पर निवासी 25 वर्षीय चौकीदार धर्मेंद्र यादव की हत्या कर शव को निलांजना नदी में फेंक दिया गया था. मृतक के शरीर पर मारपीट करने के निशान मिले हैं. वह डोभी थाना में चौकीदार का काम कर रहा था. शनिवार की शाम से वह अपने घर से गायब था.
मृतक के भाई किशोर यादव ने बताया कि शनिवार की शाम करीब शाम सात बजे धर्मेंद्र अपने घर में था. इसी दौरान उसका दोस्त बाराचट्टी थाना क्षेेत्र का लालमटृी गुड्डू यादव जो कि बाराचट्टी थाने में चौकीदार का काम कर रहा है आया. उसने धर्मेंद्र से कहा कि वह उसे नदी पार करा दे. धर्मेंद्र उसे नदी पार करने के लिए निकला, लेकिन रात नौ बजे तक नहीं आया.
इसके बाद उसको खोजने के लिए निकले. लेकिन, उसका पता नहीं चला. गुड्डू यादव के घर गये और उसे पूछे कि धर्मेंद्र कहां है. उसने कहा कि उसे नदी के किनारे छोड़ दिया था. उसे खोजते हुए परिजन जब घर वापस आ रहे थे, तो देखा कि नदी के बीच में उसकी चप्पल और मोबाइल फोन पड़ा हुआ है.
रात करीब एक बजे डोभी थाने में फोन किया गया, लेकिन पुलिस के द्वारा कोई भी रिस्पांस नहीं मिला. जब सुबह कुछ लोग दोबारा ढूंढ़ने निकले, तो देखा कि नदी के बीच पानी में धर्मेंद्र का शव अर्द्धनग्न अवस्था में था. मौत की खबर लगते ही आसपास के लोग नदी में पहुंचे.
इसी क्रम पुलिस भी पहुंची. मृतक के परिजनों ने बाराचट्टी निवासी गुड्डू यादव पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए पूरी बात पुलिस को बतायी. थानाध्यक्ष राहुल रंजन दल-बल के साथ गुड्डू यादव के घर पहुंचे. लेकिन, वहां कोई नहीं मिला सभी. सभी फरार थे. सिर्फ दो महिलाएं मिलीं, जिसने कुछ भी बताने से इन्कार किया.
लोगों का फूटा गुस्सा
हत्या की खबर लगते ही लोग आक्रोशित हो गये. शव को नदी से उठा कर अमारूत उच्च विद्यालय के समीप डोभी-चतरा मार्ग पर रख रास्ते को अवरुद्ध कर दिया. लोग वरीय अधिकारी को बुलाने की मांग करने लगे और डोभी पुलिस के खिलाफ नारे लगाने लगे काफी जदोजेहद के बाद शेरघाटी एसडीओ उपेंद्र पंडित, डीएसपी रवीश कुमार व डोभी बीडीओ नीरज कुमार राय सहित अन्य लोग जाम स्थल पर पहुंचे. तब तक भीड़ ज्यादा आक्रोशित हो गयी थी.
लोग अधिकारियों से उलझ गये और कहने लगे कि पुलिस को देर रात जब फोन किया गया था, तब पुलिस अगर आती तो हो सकता था युवक की मौत नहीं होती.
काफी समझाने के बाद लोग शांत हुए. अधिकारियों ने मृतक के परिजनों से बात की और अाश्वासन दिया कि जल्द ही हत्या के कारणों का पता कर हत्यारों को गिरफ्तार किया जायेगा. बीडीओ ने पारिवारिक लाभ के तहत 20 हजार व कबीर अंत्येष्टि के तहत तीन हजार मुखिया को देने की बात कही.