गया तक गंगा का पानी पहुंचाने को जमीन अधिग्रहण तेज करें : सीएम नीतीश कुमार
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अफसरों को गंगा नदी का पानी को शहरों तक पहुंचाने की योजना का क्रियान्वयन तेजी से करने का निर्देश दिया है. शुक्रवार को अधिकारियों के साथ जल–जीवन-हरियाली अभियान की समीक्षा बैठक में उन्होेंने इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम तेजी से शुरू करने को कहा. पहले चरण में गया […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अफसरों को गंगा नदी का पानी को शहरों तक पहुंचाने की योजना का क्रियान्वयन तेजी से करने का निर्देश दिया है.
शुक्रवार को अधिकारियों के साथ जल–जीवन-हरियाली अभियान की समीक्षा बैठक में उन्होेंने इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम तेजी से शुरू करने को कहा. पहले चरण में गया और राजगीर में गंगा का पानी पहुंचाने की योजना है. इसके अलावा गंगा नदी के किनारे जैविक खेती को बढ़ावा भी देना है. उन्होंने कहा कि बिजली की बचत करने के लिए लोगों को प्रेरित करने की जरूरत है. साथ ही सरकारी कार्यालयों में भी अतिरिक्त बिजली की खपत रोकने के लिए प्रयास करना चाहिए. सीएम ने कुओं के जीर्णोद्धार का काम शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से करने का टास्क दिया.
जिन क्षेत्रों में भूजल स्तर नीचे चला गया था, उन क्षेत्रों का चापाकल ठीक करने पर जोर दिया. इस काम के लिए एक सिस्टम विकसित करने को कहा. पहाड़ी क्षेत्रों के निचले हिस्से में तालाब खुदाई के लिए उपर्युक्त जगहों का निरीक्षण का भी निर्देश दिया. इस दौरान सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग से जुड़ी योजनाओं का प्रस्तुतीकरण कर तमाम अहम मुद्दों की जानकारी दी.
अतिक्रमणमुक्त तालाब, पोखरों का फिर नहीं हो अतिक्रमण : सीएम ने खासतौर से सभी सरकारी महकमों को निर्देश दिया कि अतिक्रमणमुक्त कराये गये सरकारी तालाब, आहर व पोखर पर निरंतर निगरानी रखने को कहा. सार्वजनिक जल संरचनाओं पर बसे भूमिहीन व्यक्तियों की पहचान कर इनके लिए वास भूमि की व्यवस्था की जायेगी. अगर जमीन नहीं मिले, तो ऐसे लोगों को जमीन खरीदने के लिए राशि मुहैया करायी जायेगी. सार्वजनिक तालाबों के जीर्णोद्धार के अलावा निजी तौर पर तालाबों की खुदाई और उसके आसपास हरियाली क्षेत्र विकसित करने के लिए लोगों को प्रेरित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि चौर क्षेत्र के विकास के लिए बेहतर मॉडल का किसानों को भ्रमण कराकर जानकारी दी जाये. इसमें बॉयोफ्लॉक पद्धति से मत्स्य पालन की जानकारी देना और चौर में तालाब खुदाई के लिए लोगों को प्रेरित करना प्रमुख है.
ये रहे मौजूद
समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, आरके महाजन, विवेक कुमार सिंह, अमृत लाल मीणा, संजय कुमार, प्रत्यय अमृत, चंचल कुमार, दीपक कुमार सिंह, एन. विजया लक्ष्मी, अरविंद कुमार चौधरी, जितेंद्र श्रीवास्तव, एन. सरवन कुमार, संजीव कुमार हंस, मनीष कुमार वर्मा, अनुपम कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.
जल-जीवन-हरियाली मिशन की समीक्षा
करकटगढ़ के ककोलत में विकसित हो इको टूरिज्म
मुख्यमंत्री ने कहा कि कैमूर के करकटगढ़ और नवादा के ककोलत को इको टूरिज्म के बेहतर स्थल के रूप में विकसित करने के लिए काम किया जाये. उन्होंने कहा कि आम लोगों को रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए प्रेरित करें. सघन पौधारोपण के लिए पौधों की उपलब्धता बढ़ाने पर भी काम हो.
स्कूलों में हर महीना एक घंटा चले जागरूकता अभियान
मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों से कहा कि अभियान के तहत विभिन्न योजनाओं की प्रगति के लिए लगातार काम करते रहें. जल-जीवन-हरियाली अभियान में जागरूकता पर विशेष ध्यान देने को कहा. सभी सरकारी स्कूलों, कार्यालयों, संगठनों और अन्य संस्थानों में प्रत्येक महीने में एक दिन, एक घंटा जागरुकता अभियान चलाया जायेगा. इसके अंतर्गत पर्यावरण से संबंधित मामलों पर संवाद कराये जायेंगे.