पूरे हुए आपके साथ हमारी यात्रा के तीन वर्ष

बिहार : झारखंड व बंगाल के लाखों पाठकों के प्यार व विश्वास के साथ निरंतर आगे बढ़ रहे प्रभात खबर ने ज्ञान और मोक्ष की धरती के रूप में पूरी दुनिया में विख्यात गया से वर्ष 2011 में 21 अक्तूबर को जो यात्रा शुरू की थी, उसके तीन वर्ष पूरे हो गये. स्वाभाविक रूप से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 21, 2014 7:45 AM
बिहार : झारखंड व बंगाल के लाखों पाठकों के प्यार व विश्वास के साथ निरंतर आगे बढ़ रहे प्रभात खबर ने ज्ञान और मोक्ष की धरती के रूप में पूरी दुनिया में विख्यात गया से वर्ष 2011 में 21 अक्तूबर को जो यात्रा शुरू की थी, उसके तीन वर्ष पूरे हो गये. स्वाभाविक रूप से इन तीन वर्षो की यात्रा में भी इसने ढेर सारे उतार-चढ़ाव देखे. कई चुनौतियां भी आयीं.
पर, विश्वास के धरातल पर खड़ी पत्रकारिता की जिस परंपरा की शुरुआत करीब तीन दशक पहले प्रभात खबर ने की थी, उससे मिल रही ऊर्जा व प्रेरणा के बूते तमाम विघ्न-बाधा दूर भी होते गये. प्रभात खबर के 10वें संस्करण की इस तीन वर्षीय यात्रा की राह में भी बड़ी संख्या में पाठक जुड़ते गये और कारवां बढ़ता गया.
तीन वर्ष पहले प्रभात खबर ने जब नये तेवर व कलेवर के साथ गया से शुरुआत की थी, तब से आज की तुलना करने पर एक अत्यंत सुखद अनुभूति होती है. क्योंकि, तब शहर-समाज की जो तसवीर थी, वह तेजी से बदली है. भविष्य के लिए नयी उम्मीदें पैदा करनेवाले रोमांचकारी परिवर्तन के साथ आज नये रूप-रंग में पाठकों के सामने है. पत्रकारिता की दुनिया के एक सजग प्रहरी के रूप में प्रभात खबर न सिर्फ इन बदलावों से अपने पाठकों को रू-ब-रू कराता रहा है, बल्कि स्वयं एक सफल उत्प्रेरक की भूमिका भी अदा करता रहा है. नागरिक जीवन के हर पहलू में बेहतरी के लिए हर संभव बदलाव के समर्थन में खड़ा होता रहा है. बेशक, इस प्रयास में इसके लाखों पाठकों का विश्वास, इसके लिए नींव की ईंट के समान काम करता रहा है.
पाठकों के साथ अपने मजबूत व अटूट संबंधों की पूंजी के सहारे प्रभात खबर ने अपनी ऊपरोक्त यात्रा के तहत गया के साथ-साथ नवादा, औरंगाबाद, रोहतास व कैमूर जिले के लाखों लोगों की दुनिया में हो रहे सुखद बदलावों का गवाह बनने के साथ ही गांव, शहर, देश, समाज, शासन, प्रशासन और अन्य क्षेत्रों में हो रही गड़बड़ियों को भी उजागर करता रहा है. खबर, रिपोर्ताज व आलेखों के जरिये इन गड़बड़ियों के लिए जिम्मेवार लोगों को सचेत-सावधान करता रहा है. बेशक, अपनी सीमा में रहते हुए. इस उम्मीद के साथ कि आनेवाले समय में काफी तेजी से बढ़ते इस अखबार की आगे बढ़ने की गति में नित्य नयी तेजी आयेगी, प्रभात खबर की यात्रा में साथ निभाते इसके तमाम पाठकों, विज्ञापनदाताओं, हॉकर बंधुओं व सभी शुभेच्छुओं को तीसरी वर्षगांठ की बधाई के साथ-साथ दीपावली की भी हार्दिक शुभाकामनाएं.

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