लावारिस शव के पचड़े में नहीं पड़ना चाहती पुलिस
शव को कब्जे में लेने के बजाय पानी में ही बहा ही देती है पुलिसकोचस के लहेरी गांव स्थित नहर से बरामद लाश के साथ भी कुछ ही हुआप्रतिनिधि, सासारामअगर किसी नदी, नहर, माइनर, वितरणी व सड़क किनारे में कोई लावारिस शव मिलता है, तो पुलिस अक्सर उसे अपने कब्जे में लेने के बजाय कोई […]
शव को कब्जे में लेने के बजाय पानी में ही बहा ही देती है पुलिसकोचस के लहेरी गांव स्थित नहर से बरामद लाश के साथ भी कुछ ही हुआप्रतिनिधि, सासारामअगर किसी नदी, नहर, माइनर, वितरणी व सड़क किनारे में कोई लावारिस शव मिलता है, तो पुलिस अक्सर उसे अपने कब्जे में लेने के बजाय कोई उपाय लगा कर छोड़ देती है, ताकि वह किसी पचड़े में न पड़े. कुछ ऐसा ही अमानवीय व्यवहार पुलिस ने कोचस थाना क्षेत्र के लहेरी गांव स्थित नहर से बरामद गोविंद (नोखा थाना क्षेत्र के कदवां के परसन टोला का रहनेवाला) के शव के साथ भी किया. पुलिस ने पहले लाश को लावारिस समझ कर उसे कब्जे में लेने में आनकानी की, लेकिन ग्रामीणों के दबाव में पुलिस ने शव को बरामद कर पहचान करवायी. इधर, करगहर के ग्रामीणों की मानें, तो शनिवार को करगहर थाने के समीप नहर के पुल में फंसे लाल रंग के शर्ट व जींस पैंट पहने एक लड़के के शव की सूचना पुलिस को दी गयी थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से बांस के सहारे शव को पानी में आगे बहा दिया. बाद में पुलिस ने नहर में किसी भी तरह का शव फंसे होने की बात से इनकार कर दिया.