हाथ से रोक कर पैर से करेगी अटैक !

फ्लैग-आत्मरक्षा के गुर सीख रहीं छात्राएं, बढ़ रहा मनोबल प्लस टू जीएसएम कन्या उच्च विद्यालय में 125 लड़कियां सीख रहीं ताइक्वांडो फोटो : 21 स्टूडेंट्स 01 व 02 (प्लस टू जीएसएम कन्या उच्च विद्यालय में ताइक्वांडो सीखतीं छात्राएं.) संवाददाता, गया लड़कियों का मनोबल बढ़ाने व आत्मरक्षा के लिए ताइक्वांडो सीखा जा रहा है. डीइओ कार्यालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2014 1:02 AM

फ्लैग-आत्मरक्षा के गुर सीख रहीं छात्राएं, बढ़ रहा मनोबल प्लस टू जीएसएम कन्या उच्च विद्यालय में 125 लड़कियां सीख रहीं ताइक्वांडो फोटो : 21 स्टूडेंट्स 01 व 02 (प्लस टू जीएसएम कन्या उच्च विद्यालय में ताइक्वांडो सीखतीं छात्राएं.) संवाददाता, गया लड़कियों का मनोबल बढ़ाने व आत्मरक्षा के लिए ताइक्वांडो सीखा जा रहा है. डीइओ कार्यालय से भेजे गये ताइक्वांडो ट्रेनर द्वारा प्लस टू जीएसएम कन्या उच्च विद्यालय (जेल प्रेस) में 125 लड़कियों को आत्मरक्षा का गुर सीखाया जा रहा है. ताइक्वांडो ट्रेनर बबलू कुमार ने बताया कि ताइक्वांडो सीखने से लड़कियों का मनोबल बढ़ेगा और आत्मरक्षा के लिए किसी पर मुहताज नहीं रखना पड़ेगा. ताइक्वांडो सीखने के बाद जरूरत पड़ने पर लड़कियां बदमाशों को छक्के छुड़ा देंगी. लड़कियों को बचने के लिए ब्लॉक व अटैक के लिए स्टाइक सीखाये जा रहे हैं. ब्लॉक में हाथ से रोका जाता है व स्टाइक पैर से हमला किया जाता है. साथ ही ‘डाइफॉर्म’ के तहत पेट के ऊपर मारने के लिए बताया जाता है. नौवीं की छात्रा तनीशा कुमारी ने बताया कि ताइक्वांडो सीखने से मनोबल बढ़ा है. जरूरत पड़ने पर तेजी से आत्मरक्षा के साथ हमला भी कर सकते हैं. ताइक्वांडो ट्रेनर बबलू कुमार ने बताया कि प्लस टू जीएसएम में 17 नवंबर से ताइक्वांडो का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. सप्ताह में बुधवार व शुक्रवार को एक घंटा प्रशिक्षण दिया जाता है. तीन माह में 24 दिन प्रशिक्षण दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि कराटे में हाथ का अधिक इस्तेमाल होता है. लेकिन, ताइक्वांडो में पैर अधिक इस्तेमाल होता है.

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