‘गया जिले में ही बने आइआइएम’
गया: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम) की स्थापना गया जिले में कराने के लिए शुक्रवार को आइआइएम संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन किया. इसमें समाजसेवी, बुद्धिजीवी व नेताओं ने हर हाल में गया जिले के पंचानपुर स्थित रक्षा मंत्रलय की जमीन पर आइआइएम की स्थापना करने की मांग […]
गया: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम) की स्थापना गया जिले में कराने के लिए शुक्रवार को आइआइएम संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन किया.
इसमें समाजसेवी, बुद्धिजीवी व नेताओं ने हर हाल में गया जिले के पंचानपुर स्थित रक्षा मंत्रलय की जमीन पर आइआइएम की स्थापना करने की मांग की. महाधरना को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि 28 अक्तूबर को केंद्रीय मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा बैठक बुलायी गयी थी. इसमें राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने गया में आइआइएम के निर्माण का प्रस्ताव दिया. लेकिन, केंद्रीय शिक्षा सचिव सत्य नारायण मोहंती ने प्रस्ताव खारिज कर दिया.
पटना से दूरी बता करगया में आइआइएम स्थापना के प्रस्ताव को खारिज किया गया. लेकिन, आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद से काफी दूर विशाखापट्टनम व हिमाचल की राजधानी शिमला से दूर सिरमौर में आइआइएम के लिए अनुमति दी गयी. विशाखापट्टनम व सिरमौर दोनों राज्यों की राजधानियों से 200 किलोमीटर से अधिक दूर हैं. नेताओं ने कहा कि गया में ट्रेन, सड़क व हवाई यात्र की सुविधा है. इसलिए केंद्र सरकार को चाहिए कि पंचानपुर स्थित रक्षा मंत्रलय की जमीन पर जल्द आइआइएम की स्थापना के लिए अनुमति प्रदान की जाये. महाधरना की अध्यक्षता संघर्ष समिति के संयोजक विजय कुमार मिठु ने की.
महाधरना को पूर्व मंत्री अवधेश कुमार सिंह, राजद विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव, पूर्व सांसद रामजी मांझी, पूर्व विधायक जीएस रामचंद्र दास, राम प्रमोद सिंह, प्रियरंजन डिंपल, युगल किशोर सिंह, दामोदर गोस्वामी, धर्मेद्र कुमार निराला व बाबू लाल प्रसाद सिंह आदि ने भी संबोधित किया. संघर्ष समिति के शनिवार को दोपहर एक बजे केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी का पुतला दहन करेंगे. समिति की ओर गया में आइआइएम की स्थापना के लिए श्रीमती ईरानी को ज्ञापन भी भेजा गया है.