अपनी नाकामी छिपा रहे नीतीश : सुमो
गया: मांझी सरकार ने हाल ही में रिपोर्ट कार्ड पेश किया है. इसमें नौ घोषणाएं की गयी हैं. अधिकतर वे हैं, जो पुरानी हैं. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति की लड़कियों को मुफ्त उच्च शिक्षा देने की घोषणा नयी नहीं है. नामांकन के वक्त 25 तरह के शुल्क के नाम पर एकमुश्त दो-चार हजार रुपये लिये […]
गया: मांझी सरकार ने हाल ही में रिपोर्ट कार्ड पेश किया है. इसमें नौ घोषणाएं की गयी हैं. अधिकतर वे हैं, जो पुरानी हैं. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति की लड़कियों को मुफ्त उच्च शिक्षा देने की घोषणा नयी नहीं है.
नामांकन के वक्त 25 तरह के शुल्क के नाम पर एकमुश्त दो-चार हजार रुपये लिये जाते हैं, सरकार उसे माफ कर दे, तो बताये. उक्त बातें भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी (सुमो) ने कहीं. वह शनिवार को विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह के आवास पंडुई कोठी में संवाददाताओं से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सरकार अनुसूचित जातियों की हितैषी है, तो
व्यावसायिक व तकनीकी शिक्षा के लिए लगनेवाले शुल्क को माफ कर दे. उन्होंने सरकार के रिपोर्ट कार्ड को झूठा व धोखा में रखनेवाला बताया. सरकार अति पिछड़ों की क्यों अनदेखी कर रही है? पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा जब तक सरकार में थी, तब तक विकास हुआ. अलग होते ही विकास के काम ठप हो गये. अपराध का ग्राफ बढ़ा है.
नाकामी छिपाने के लिए नीतीश कुमार केंद्र को हर काम के लिए जिम्मेवार ठहराते घूमते फिर रहे हैं. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी औसत हर रोज एक विवादित बयान देते हैं. वह हंसी के पात्र बन कर रह गये हैं. देश-विदेश में उनका व बिहार का मजाक बन रहा है. लालू प्रसाद मजाकिया बयान के लिए जाने जाते हैं, जीतन राम मांझी भी विवादित बयान के लिए जाने जायेंगे. वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि सूबे में 27 ऐसे जिले हैं, जहां अब तक राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना का काम शुरू नहीं हुआ है. टेंडर भी नहीं निकाला जा सका है. 11 ऐसे जिले हैं, जहां काम तीन वर्षो से लंबित है. सरकार कह रही है कि बिजली ठीक हो गयी. लोगों को पर्याप्त बिजली मिल रही है. जाड़े में तो ठीक ही रहती है, गरमी में क्या हाल रहता है, यह सभी को पता है.
गया के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तार के लिए सरकार अब तक जमीन का अधिग्रहण नहीं कर सकी. उसका विस्तार नहीं हो पा रहा. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री से गया एयरपोर्ट पर ऑन अराइवल वीजा की व्यवस्था करने की मांग करेंगे. उन्होंने मांझी सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार जनप्रतिनिधियों के सम्मान की बात कह रही है. अधिकारियों को इसके लिए प्रशिक्षित करने की चर्चा हो रही है. लेकिन, सच्चई यह है कि उसी सरकार के युवा एवं संस्कृति विभाग के मंत्री कह रहे हैं कि विभागीय सचिव उनसे नहीं मिलते. उनकी बात नहीं सुनते. विधायक व मंत्री की बात तो छोड़िए, मुख्यमंत्री की ही बात क्या अधिकारी मान रहे हैं? श्री मोदी ने आइआइएम के सवाल पर कहा कि प्रदेश की सरकार से नहीं हो रहा, तो वह केंद्र सरकार से गया में जमीन के लिए मदद मांगे. उन्होंने कहा कि भाजपा की टीम अजा/अजजा के कल्याण छात्रवास व आवासीय विद्यालय की जांच करेगी. उनकी वर्तमान स्थिति को सार्वजनिक करेगी. गया नगर क्षेत्र के विधायक प्रेम कुमार के सीएम बनाये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है. इस मौके पर विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह, विधायक सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा, वीरेंद्र कुमार सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष जैनेंद्र कुमार, अवधेश कुमार सिंह व विजय कुशवाहा मौजूद थे.