अतरी के वनवासी नगर में 22 लोग डायरिया की चपेट में
जिले के अतरी प्रखंड के वनवासी नगर गांव में डायरिया से 22 लोग आक्रांत हैं. सोमवार की दे रात से अचानक लोगों को उल्टी-दस्त होने लगी. इससे पूरे गांव में अफरातफरी का माहौल है.
अतरी. जिले के अतरी प्रखंड के वनवासी नगर गांव में डायरिया से 22 लोग आक्रांत हैं. सोमवार की दे रात से अचानक लोगों को उल्टी-दस्त होने लगी. इससे पूरे गांव में अफरातफरी का माहौल है. गांव के सतीश कुमार ने बताया कि उनकी दो बेटियां संगम कुमारी व स्नेहा का इलाज सीएचसी अतरी में चल रहा है. साथ ही 10 अन्य लोगों का इलाज सीएचसी में चल रहा है. इसके अलावा 12 लोगों का इलाज गांव में किया जा रहा है. तीन दिन से गांव में बिजली नहीं है. पंप सेट सेट से पानी भी नहीं मिल रहा था.गांव वाले कुएं में जमे बारिश का पानी पीने को मजबूर हैं. इसी के कारण ऐसी स्थिति हुई है. गांव में मात्र एक कुआं है. पहाड़ की तराई में बसे रहने के कारण चापाकल नहीं है. सरकार द्वारा पंप सेट लगाया है, परंतु बिजली विभाग की लापरवाही से इस तरह की स्थिति बनी है. केवल एक कुएं पर 60 घरों के लोग निर्भर हैं. गर्मी के दिनों में यह भी सूख जाता है. सीएचसी अतरी के प्रभारी डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि गांव में अभी 12 मरीजों का इलाज चल रहा है व 10 मरीज सीएचसी अतरी में भर्ती हैं. गांव में एक मेडिकल टीम व एंबुलेंस तैनात कर दिया गया है. सभी 22 मरीज खतरे से बाहर हैं. गांव के कुएं में ब्लीचिंग पाउडर आदि डाल दिया गया है. सिविल सर्जन डॉ रंजन सिंह ने भी वनवासी नगर गांव पहुंच कर स्वयं स्थिति का जायजा लिया व आवश्यक निर्देश दिये.
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