बोधगया: मगध विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों में कार्यरत व सेवाकाल में ही मृत हुए शिक्षकेतर कर्मचारियों के आश्रितों ने नौकरी के लिए बुधवार से एमयू मुख्यालय पर आमरण अनशन शुरू कर दिया है. इनका कहना है कि पिछले तीन वर्षो से वे अनुकंपा के आधार पर नौकरी पाने के लिए एमयू का चक्कर लगा रहे हैं. पर, अब तक उन्हें न्याय नहीं मिला है. आश्रितों ने कहा कि नौकरी के इंतजार में उनकी हालत दयनीय हो चुकी है, लेकिन एमयू प्रशासन ने इस दिशा में कोई ठोस पहल व कार्रवाई नहीं की है.
आश्रितों ने इसकी सूचना राज्यपाल सह कुलाधिपति, मुख्यमंत्री, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव, मगध के आयुक्त, एसएसपी, एसडीओ व एमयू के पदाधिकारियों को भी दी है. कुलपति के नाम से जारी आवेदन में आश्रितों ने कहा है कि जब तक उन्हें अनुकंपा के आधार पर नौकरी का आश्वासन नहीं मिल जाता है, तब तक वे अनशन पर बैठे रहेंगे.
इस बीच एमयू के शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अमितेष प्रकाश ने बताया कि एमयू मुख्यालय से जुड़े अनुकंपा के मामले पर एमयू प्रशासन से वार्ता चल रही है. उन्होंने बताया कि एमयू प्रशासन ने 20 दिसंबर को अनुकंपा समिति की बैठक निर्धारित की है.
नौकरी के लिए धरना पर रंजीत कुमार, शत्रुघ्न कुमार, संजय कुमार, रामजनम झा, किरण कुमारी, संजय कुमार, नवदीप पांडेय, कमलेश कुमार, राहुल रोशन, रवि रंजन, चंदा कुमारी, मुन्ना कुमार, सोनू कुमार, गंधर्व कुमार, रोशन कुमार सिंह, संतोष कुमार, अनिल कुमार, वाल्मीकि पांडेय, विकास कुमार व राजेश कुमार बैठे हैं.