ुकिताबों के दो हजार कलेक्शन के साथ पुस्तक मेले में एनबीटी ने रखा कदम
फोटो-मो इमरानुल हक, उप निदेशक (उत्तर क्षेत्र), एनबीटी (19 दिसंबर को सनत जी ने भेजी थी तसवीर)मुख्य संवाददाता. गयामानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) ने गया में पुस्तक मेले में पहली बार कदम रखा है. एनबीटी उत्तर क्षेत्र के उप निदेशक मो इमरानुल हक ने ‘प्रभात खबर’ के साथ […]
फोटो-मो इमरानुल हक, उप निदेशक (उत्तर क्षेत्र), एनबीटी (19 दिसंबर को सनत जी ने भेजी थी तसवीर)मुख्य संवाददाता. गयामानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) ने गया में पुस्तक मेले में पहली बार कदम रखा है. एनबीटी उत्तर क्षेत्र के उप निदेशक मो इमरानुल हक ने ‘प्रभात खबर’ के साथ बातचीत में बताया कि अंगरेजी, हिंदी व उर्दू के दो हजार कलेक्शन के साथ वह यहां आये हैं. हर किताब पर 10 प्रतिशत छूट रखी गयी है. सरकार एडेड इस पब्लिकेशन की खासियत यह है कि दूसरे पब्लिकेशन की तुलना में इस प्रकाशन की किताबें सस्ती होती हैं. उन्होंने बताया कि बुक फेयर में सिविल सर्विसेज, हमारा संविधान, हमारा संसद, समानांतर कोर्स का वोल्यूम, चिल्ड्रेन बुक, राजेंद्र यादव, प्रेमचंद जैसे नामचीन लेखकों की किताबों का कलेक्शन यहां उपलब्ध है. वह बताते हैं कि इस क्षेत्र में कामकाज करनेवाले एक हजार एनजीओ को एनबीटी फंडिंग करती है. हर साल करीब तीन करोड़ रुपये एनबीटी फंडिंग करती है. 15 मोबाइल वैन जो जगह-जगह एनबीटी की किताबों का डिस्प्ले करती है. उन्होंने बताया कि बिहार में किशनगंज में लगे मेले में भी एनबीटी ने डिस्प्ले किया है. भारत-पाकिस्तान की सीमा जैसलमेर, पिछले अगस्त में लेह, करगिल, श्रीनगर में भी डिस्प्ले हुआ है. वर्ल्ड बुक फेयर में एनबीटी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेती है. उन्होंने कहा कि गया का अनुभव लेकर जाऊंगा. यू दो दिनों में अच्छी बिक्री हुई हंै. एनबीटी अपना बुक फेयर लगाती है. गया में आगे भी लगायेगी.