‘बचाव ही हृदय रोग का सबसे बेहतर उपाय’

फोटो- हृदय रोग का इलाज अब असाधारण नहीं : डॉ चंद्रासंवाददाता, गयामेदांता हर्ट इंस्टीट्यूट (गुड़गांव) के चेयरमैन डॉ प्रवीण चंद्रा ने कहा है कि हृदयाघात (हर्ट अटैक) का अब पूर्वानुमान लगाया जा सकता है. कुछ हद तक इससे निजात भी पाया जा सकता है. नयी तकनीक व कुछ नयी दवाइयों के आ जाने से हृदय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2014 12:04 AM

फोटो- हृदय रोग का इलाज अब असाधारण नहीं : डॉ चंद्रासंवाददाता, गयामेदांता हर्ट इंस्टीट्यूट (गुड़गांव) के चेयरमैन डॉ प्रवीण चंद्रा ने कहा है कि हृदयाघात (हर्ट अटैक) का अब पूर्वानुमान लगाया जा सकता है. कुछ हद तक इससे निजात भी पाया जा सकता है. नयी तकनीक व कुछ नयी दवाइयों के आ जाने से हृदय रोग का इलाज अपेक्षाकृत अब काफी सस्ती हो गयी है. अब इस बीमारी को असाधारण की श्रेणी में नहीं रखी जा सकती है. वह रविवार को होटल विष्णु विहार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि नियमित रूप से डायबिटीज, हाइ ब्लड प्रेशर व कोलेस्ट्रॉल की जांच, धूम्रपान का त्याग व नियमित रूप से व्यायाम से कुछ हद तक हर्ट डिजीज से बच सकते हैं. बचाव ही इस बीमारी का सबसे बेहतर उपाय है. हर्ट अटैक के बाद भी 40 प्रतिशत मरीजों को बचाया जा सकता है.

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