बोधगया धमाका: दो अन्य संदिग्ध छोडे गए

पटना: बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर परिसर और उसके पास सिलसिलेवार बम धमाका मामले में हिरासत में लिए गए दो संदिग्ध विनोद मिस्त्री और दशरथ यादव को एनआईए ने साक्ष्य के अभाव में छोड दिया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम का खुलासा नहीं किए जाने की शर्त पर बताया कि धमाके इस मामले में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 11, 2013 5:42 PM

पटना: बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर परिसर और उसके पास सिलसिलेवार बम धमाका मामले में हिरासत में लिए गए दो संदिग्ध विनोद मिस्त्री और दशरथ यादव को एनआईए ने साक्ष्य के अभाव में छोड दिया है.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम का खुलासा नहीं किए जाने की शर्त पर बताया कि धमाके इस मामले में हिरासत में लिए गए दो संदिग्ध विनोद मिस्त्री और दशरथ यादव के खिलाफ साक्ष्य के अभाव में उनका बयान रिकार्ड किए जाने के बाद उन्हें बीती रात छोड दिया गया. गया जिला के नक्सल प्रभावित बाराचट्टी थाना क्षेत्र निवासी विनोद मिस्त्री को गत सात जुलाई की शाम को इस विस्फोट मामले में हिरासत में लिया गया था.

महाबोधि मंदिर में हुए विस्फोट स्थल से पुलिस ने बौद्ध भिक्षु का एक चीवर बरामद किया था, जिसकी जेब से विनोद मिस्त्री का मतदाता पहचान पत्र मिला था.

विनोद से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर पुलिस द्वारा उसके एक अन्य साथी दशरथ यादव को तहकीकात के लिए बाद हिरासत में लिया था. इस मामले में पटना पुलिस द्वारा गत नौ जुलाई की शाम में हिरासत में लिये गए तीन युवकों और एक युवती को भी साक्ष्य के अभाव में पहले ही छोड दिया था.

इन सभी को महाबोधि मंदिर के समीप क्लोज सर्किट टीवी कैमरा में इन सभी का फुटेज मिलने पर स्वयं पटना नगर पुलिस अधीक्षक जयकांत के पास आए थे.

धमाके की सुबह ये सभी महाबोधि मंदिर परिसर के समीप स्थित एक होटल में दो कमरे बुक किए थे और वे मंदिर भ्रमण के लिए जाने वाले थे तभी होटल के कर्मचारियों से यह पता चलने पर कि मंदिर परिसर में बम धमाके हुए हैं. इसके बाद उन्होंने वापस लौटने के लिए प्रात: 6.30 होटल छोड दिया था. इन सभी ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया था कि वे घूमने के लिए वहां गए थे.

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