टिकारी में माओवादियों ने मोबाइल टावर फूंका

टिकारी: गया जिले के टिकारी थाने के लोहानीपुर बधार स्थित एयरटेल कंपनी के मोबाइल टावर पर शनिवार की देर रात भाकपा-माओवादी संगठन के हथियारों से लैस सदस्यों ने हमला कर टावर के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में आग लगा दी. टावर की सुरक्षा में तैनात गार्ड महेश शर्मा से र्दुव्‍यवहार भी किया. साथ ही, पुलिस विरोधी नारेबाजी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2014 6:58 AM

टिकारी: गया जिले के टिकारी थाने के लोहानीपुर बधार स्थित एयरटेल कंपनी के मोबाइल टावर पर शनिवार की देर रात भाकपा-माओवादी संगठन के हथियारों से लैस सदस्यों ने हमला कर टावर के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में आग लगा दी. टावर की सुरक्षा में तैनात गार्ड महेश शर्मा से र्दुव्‍यवहार भी किया. साथ ही, पुलिस विरोधी नारेबाजी कर पोस्टर चिपकाये. घटना से लोहानीपुर व आसपास के गांवों में दहशत है.

घटना की जानकारी मिलने पर रविवार की सुबह टिकारी इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार, पंचानपुर ओपी प्रभारी अरुण कुमार व मऊ ओपी प्रभारी जेपी सिंह सहित कई पुलिस पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की छानबीन की. माओवादियों द्वारा चिपकाये गये पोस्टर को पुलिस ने कब्जे में ले लिया.

गार्ड को बंधक बना कर लगायी आग. अलीपुर थाने के रसलपुर गांव के रहनेवाले गार्ड महेश शर्मा ने बताया कि करीब 12 की संख्या में रहे माओवादियों ने मोबाइल टावर को घेर लिया और उन्हें बंधक बना लिया. माओवादियों ने उनकी जेब से चाबी निकाली और एक कोने में खड़ा रहने की धमकी दी. माओवादियों ने गार्ड रूम से डीजल निकाला और टावर के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर डाल कर आग लगा दी. काफी देर तक उत्पात मचाने के बाद सभी माओवादी पश्चिम दिशा की ओर निकल गये.

पुलिस पर लगाया संजय की हत्या का आरोप. माओवादियों ने मोबाइल टावर के पास पोस्टर चिपका कर कामरेड संजय की हत्या करने का आरोप पुलिस पर लगाया. इधर, इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है. इस इलाके में कांबिंग ऑपरेशन लगातार चलाया जा रहा है.

उल्लेखनीय है कि माओवादियों ने शनिवार की रात करीब 11 बजे बाराचट्टी में बीएसएनएल के टावर को जला दिया था. इसके चार घंटे बाद टिकारी में एयरटेल के टावर के उपकरणों में आग लगा दी. हालांकि पिछले कुछ महीनों से नक्सलियों ने मोबाइल टावरों व स्कूलों को निशाना बनाना छोड़ दिया था, लेकिन विगत दो दिनों में लगातार दो टावरों में आग लगाने की घटनाओं से एक बार फिर सवाल उठने लगा है कि क्या नक्सली फिर से पुराने र्ढे पर लौट रहे हैं?

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