घूस लेते कनीय विद्युत अभियंता गिरफ्तार
गया: निगरानी की टीम ने मंगलवार की दोपहर करीब साढ़े 12 बजे विद्युत आपूर्ति प्रशाखा, गया ग्रामीण के कनीय अभियंता (जेइ) शंभु कुमार को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया. जेइ की गिरफ्तारी होटल घराना के निकट प्रकाश विहार स्थित उनके आवास पर छापेमारी कर की गयी. छापेमारी के दौरान घूस के […]
गया: निगरानी की टीम ने मंगलवार की दोपहर करीब साढ़े 12 बजे विद्युत आपूर्ति प्रशाखा, गया ग्रामीण के कनीय अभियंता (जेइ) शंभु कुमार को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया. जेइ की गिरफ्तारी होटल घराना के निकट प्रकाश विहार स्थित उनके आवास पर छापेमारी कर की गयी. छापेमारी के दौरान घूस के 50 हजार रुपये, अन्य 30 हजार रुपये, तीन मोबाइल, बैंकों की पासबुक व फॉच्र्यूनर वाहन आदि जब्त किये गये.
निगरानी ने यह कार्रवाई शहर की मगध कॉलोनी के रोड नंबर-11 निवासी शशिशेखर सिंह की शिकायत पर की है. इस संबंध में श्री सिंह की पत्नी संगीता कुमारी कीबोधगया दोमुहान स्थित एक ट्रांसफॉर्मर वर्कशॉप है. उन्होंने बिजली कनेक्शन व ट्रांसफॉर्मर लगाने के लिए विद्युत आपूर्ति प्रशाखा, गया ग्रामीण में करीब 15 दिन पहले आवेदन दिया था.
श्री सिंह ने बताया कि कनेक्शन देने लिए कनीय अभियंता शंभु कुमार ने एक लाख रुपये की मांग की थी. 50 हजार रुपये कनेक्शन से पूर्व व 50 हजार रुपये बाद में देना तय हुआ. उन्होंने इसकी शिकायत निगरानी विभाग से की.
तय सौदा के मुताबिक, उन्होंने (शिकायतकर्ता) मंगलवार को अभियंता के घर पर पहली किस्त के रूप में 50 हजार रुपये दिये. इस बीच, निगरानी की टीम ने रिश्वत लेते कनीय अभियंता को रंगे हाथों दबोच लिया. निगरानी विभाग के डीएसपी महाराज कनिष्क कुमार सिंह ने बताया कि शशिशेखर सिंह की शिकायत पर कार्रवाई की गयी है. कनीय अभियंता शंभु कुमार को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. उनके आवास की तलाशी ली जा रही है.
अब तक 30 हजार रुपये नगद, फॉच्र्यूनर नामक चारपहिया वाहन, तीन मोबाइल, बैंकों की पासबुक आदि बरामद हुए हैं. विद्युत आपूर्ति प्रमंडल गया ग्रामीण के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार ने बताया कि कनीय अभियंता शंभु कुमार की गिरफ्तारी की सूचना मिली है, लेकिन किस आरोप में यह कार्रवाई की गयी है, यह जानकारी उन्हें नहीं है. अगर आरोप सही निकला, तो विभागीय कार्रवाई की जायेगी. विद्युत उपमहाप्रबंधक अरुण कुमार शर्मा ने बताया कि शंभु का कार्यकलाप संदिग्ध था. उनकी नियुक्ति संविदा पर है. आरोप साबित होने पर उन्हें नौकरी से टर्मिनेट किया जा सकता है.