एक कमरे में चल रही मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा

कर्मचारियों की कमी से भी होती है ग्राहकों को परेशानी लगती है लंबी लाइन, लेन-देन में लगता है काफी समय फोटो- प्रतिनिधि, कोठी नक्सल प्रभावित कोठी स्थित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की एकमात्र शाखा में कई समस्याएं हैं. बैंक एक कमरे में चलाया जा रहा है. इससे ग्राहकों को काफी परेशानी होती है. करीब 60 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2015 1:02 AM

कर्मचारियों की कमी से भी होती है ग्राहकों को परेशानी लगती है लंबी लाइन, लेन-देन में लगता है काफी समय फोटो- प्रतिनिधि, कोठी नक्सल प्रभावित कोठी स्थित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की एकमात्र शाखा में कई समस्याएं हैं. बैंक एक कमरे में चलाया जा रहा है. इससे ग्राहकों को काफी परेशानी होती है. करीब 60 हजार आबादी पर इस क्षेत्र में एक ही बैंक शाखा है. ग्रामीण तुल्लु खां, सत्येंद्र पासवान, टुनटुन खां, फैशल खां व टोना चौधरी ने बताया कि बैंक की शाखा एक ही कमरे में चलती है. बैंककर्मियों की संख्या कम है. इससे ग्राहकों को लेन-देन में काफी परेशानी होती है. एटीएम नहीं रहने के कारण भी ग्राहकों को परेशानी होती है. क्या कहते हैं ग्रामीण सबसे ज्यादा परेशानी व्यवसायियों को होती है. न तो समय पर ड्राफ्ट बनता है और न ही जल्द रुपये का लेन-देन हो पाता है. -बैद्यनाथ प्रसाद इतनी बड़ी आबादी पर मात्र मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की एक ही शाखा है. इस इलाके में जब तक और बैंकों की शाखा नहीं खुल जाती, तब तक समस्याएं खत्म नहीं होगी. सफीकु खान कम जगह व बैंककर्मियों की कमी के कारण लेन-देन में काफी परेशानी होती है. घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है.निसात अहमद बैंक शाखा की जगह भी उपयुक्त नहीं है. बैंक शाखा कोठी-इमामगंज रोड में कोठी बाजार में होनी चाहिए. भोलू खान क्या कहते हैं शाखा प्रबंधक जगह के अभाव बैंक कर्मचारियों को परेशानी होती है. साथ ही कर्मचारी की कमी भी समस्या है. बैंक में प्रधानमंत्री जन-धन योजना का खाता खोलने का भी दबाव है. अब तक 1200 खाते खोले जा चुके हैं. कर्मचारियों की कमी के बारे में उच्च पदाधिकारियों को लिखा जा चुका है. नागेश्वर प्रसाद, शाखा प्रबंधक, मध्य बिहार ग्रामीण बैंक

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