अस्पताल पर फिर ‘दाग’
गया: सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने व हर गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ही प्रभावती अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. मगध प्रमंडल का यह पहला अस्पताल है, जहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. इतना ही नहीं, दरबान के होते हुए भी इस अस्पताल में होमगार्ड के जवान भी तैनात किये गये हैं. आधे दर्जन […]
गया: सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने व हर गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ही प्रभावती अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. मगध प्रमंडल का यह पहला अस्पताल है, जहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं.
इतना ही नहीं, दरबान के होते हुए भी इस अस्पताल में होमगार्ड के जवान भी तैनात किये गये हैं. आधे दर्जन ममता भी प्रसूताओं व नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए बहाल हैं. बावजूद इसके नवजात बच्ची की चोरी से अस्पताल प्रशासन कटघरे में है. सवाल है कि क्या यह अस्पताल प्रशासन की विफलता है या मिलीभगत?
क्यों नहीं पकड़ी गयी महिला ?
अस्पताल प्रशासन ने हाल के दिनों में सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए कई कारगर कदम उठाये हैं. अस्पताल अधीक्षक डॉ एसके अमन की पहल पर ही सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. 24 घंटे दरबान व होमगार्ड के जवानों की तैनाती की गयी है. बावजूद इसके एक अजनबी महिला ने वार्ड में पूरी रात कैसे गुजारी ? उस पर किसी को शक क्यों नहीं हुआ? वह जब बच्ची को लेकर बाहर निकली, तो किसी ने उसे क्यों नहीं देखा.
यदि देखा तो उससे पूछताछ क्यों नहीं की गयी? शायद पूछताछ की जाती, तो वह पकड़ी जाती. सवाल यह भी है कि बच्ची के गायब होने की सूचना एक घंटे बाद पुलिस को क्यों दी गयी और पुलिस डेढ़ घंटे बाद क्यों पहुंची ? अगर तत्काल कार्रवाई की जाती, तो संभव था कि बच्ची बरामद कर ली जाती.
रात में ही चोरी की थी योजना
बच्ची की चोरी के लिए मौके की तलाश में अजनबी महिला पूरी रात मरीज वार्ड में रही. इस बीच, मरीज वार्ड में लगा कैमरा नंबर-एक पूरी रात बंद रहा, जिससे रात की तसवीर कैमरे में कैद नहीं हो पायी, जबकि अन्य दो कैमरे चालू थे. आखिर यह कैसे हुआ ? रात में डॉ पूजा प्रधान, नर्स कुमकुम कुमारी, मंजु कुमारी सेठ, सफाइकर्मी नीरू कुमारी व जासो देवी, दाई राजपति व गिरजा देवी एवं ममता राजकुमारी देवी व नीतू कुमारी की ड्यूटी थी. आखिर इस दौरान किसी की भी नजर उस अजनबी महिला पर क्यों नहीं गयी ? रविवार की सुबह सात बजे के बाद बंद रहा कैमरा चालू कैसे हो गया? कहीं कैमरे की नजर से बचने के लिए उसे ढंक तो नहीं दिया गया था. हालांकि, बच्ची को ले जाते समय उक्त महिला की तसवीर कैमरे में कैद हो गयी है.