रेखा की करनी से उजड़ा परिवार
गया/मानपुर : बुनियादगंज थाने की पुलिस ने शेखाबिगहा गांव में किसान उपेंद्र कुमार की हत्या मामले में उनके विधवा भाभी रेखा देवी को शुक्रवार को गया कोर्ट में जज कुमारी विजया की अदालत में पेश किया, जहां से कोर्ट के आदेश पर उसे सेंट्रल जेल भेज दिया. देवर की हत्या में विधवा भौजाई की गिरफ्तारी […]
गया/मानपुर : बुनियादगंज थाने की पुलिस ने शेखाबिगहा गांव में किसान उपेंद्र कुमार की हत्या मामले में उनके विधवा भाभी रेखा देवी को शुक्रवार को गया कोर्ट में जज कुमारी विजया की अदालत में पेश किया, जहां से कोर्ट के आदेश पर उसे सेंट्रल जेल भेज दिया.
देवर की हत्या में विधवा भौजाई की गिरफ्तारी की शेखाबिगहा के लोगों में तरह-तरह की बातें हो रही हैं.
उपेंद्र सिंह के घर मौजूद महिलाओं ने बताया कि पिछले वर्ष रक्षाबंधन के दिन सड़क हादसे में पति उदय सिंह की मौत के बाद रेखा की नजदीकी अपने जीजा परैया थाने के ईश्वरपुर के रहनेवाले रामकुमार सिंह से बढ़ने लगी. उदय का ब्रह्म भोज होने के बाद भी रामकुमार एक महीने तक रेखा के घर में रहा था. इसके बाद रेखा बहनोई के साथ अपने मायके औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के दोल्हा गांव चली गयी.
हर 15-20 दिनों के अंतराल पर रेखा अपने बहनोई रामकुमार के साथ शेखाबिगहा आती थी और घर का अनाज बेच कर चली जाती थी. उसने अपने हिस्से के गाय व भैंस भी बेच दिये थे. वह संपत्ति के बंटवारा करने पर अड़ी थी. लेकिन, उसका देवर उपेंद्र पूरे परिवार को साथ लेकर चलना चाहते थे. यही बात रेखा का नागवार गुजरती थी.
चार लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी : बुनियादगंज थानाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि उपेंद्र की पत्नी पिंकी देवी ने अपनी गौतनी रेखा देवी, रेखा के भाई औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाने के दोल्हा गांव के रहनेवाले दीपक कुमार उर्फ पप्पू, रेखा के बहनोई परैया थाने के ईश्वरपुर के रहनेवाले रामकुमार सिंह व बुनियादगंज थाने के उसरी गांव ही गणोश साव के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है.
कहीं रेखा के पति उदय की भी तो हत्या नहीं हुई ! : इस मामले में वजीरगंज कैंप के डीएसपी एमके सुधांशु ने बताया कि पिछले साल उदय सिंह की मौत के बाद ही उपेंद्र हत्याकांड के मुख्य आरोपित रामकुमार सिंह व रेखा देवी के बीच अवैध संबंध की चर्चा लोग कर रहे हैं. इससे आशंका है कि कहीं रामकुमार सिंह ने ही गाड़ी से धक्का देकर उदय सिंह की हत्या की और इसे सड़क दुर्घटना का रूप दे दिया. हालांकि, उदय सिंह की मौत से संबंधित फाइल बंद हो चुकी है, लेकिन अब गिरफ्तार रामकुमार सिंह से उदय सिंह की मौत के बारे में पूछताछ की जायेगी. डीएसपी ने बताया कि इस मामले का वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान किया जा रहा है. वहीं, फरार आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. जल्द ही उनकी गिरफ्तारी कर ली जायेगी.