डिप्टी मेयर के फैसले निरस्त
गया: मेयर विभा देवी ने 29 जून व 2 जुलाई को बोर्ड और स्टैंडिंग की बैठक में लिये गये सभी फैसलों को निरस्त कर दिया. इन दोनों बैठकों की अध्यक्षता डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने की थी. बुधवार को निगम बोर्ड की बैठक के दौरान मेयर ने उक्त बैठकों पर आपत्ति जताते […]
गया: मेयर विभा देवी ने 29 जून व 2 जुलाई को बोर्ड और स्टैंडिंग की बैठक में लिये गये सभी फैसलों को निरस्त कर दिया. इन दोनों बैठकों की अध्यक्षता डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने की थी. बुधवार को निगम बोर्ड की बैठक के दौरान मेयर ने उक्त बैठकों पर आपत्ति जताते हुए सभी फैसलों को निरस्त किया. इसे लेकर नगर आयुक्त व उनमें थोड़ी बहसभी हुई.
गौरतलब है कि इन दोनों बैठकों में शहर की सफाई-व्यवस्था को ठीक करने के लिए सभी वार्डो में दो-दो स्थायी लेबर देने, शहर की स्लम बस्ती में पक्के घर निर्माण के लिए 44 करोड़ से तैयार प्लान को मंजूरी, 11 वार्डो में पाइपलाइन विस्तार के लिए 22 लाख रुपये की योजना, पार्किग जोन में सुविधा मुहैया कराने के लिए 11 लाख रुपये, सुबह सात बजे से 10 बजे तक अधिकारियों को सफाई व्यवस्था का जायजा लेने समेत अन्य निर्णय लिये गये थे.
बुधवार की बैठक में मेयर विभा देवी, पार्षद अनीता अनु, लालजी प्रसाद , सोनी कुमारी, भीम यादव, विनोद मंडल, संतोष सिंह के अलावा निगम के सभी अधिकारी मौजूद थे.
रिपोर्ट सौंपने को कहा
बैठक के दौरान मेयर ने बताया कि शहर में हो रहे निर्माण कार्यो में अनियमितता बरती जा रही है. ठेकेदार घटिया सामग्री का प्रयोग कर रहे हैं. उन्होंने स्वयं जा कर इसकी जांच की है. उन्होंने मौजूद अधिकारियों को सारी योजनाओं के स्थलीय जांच कर रिपोर्ट तैयार करने को कहा. उन्होंने कहा किगायत्री घाट, संगत घाट समेत अन्य कई जगहों पर गलत तरीके से काम हो रहा है. उन्होंने सफाई व्यवस्था पर भी नाराजगी जतायी.
निगम हित में काम करें
बैठक के दौरान पार्षद संतोष सिंह ने निगम अधिकारियों को संवेदक हित में नहीं, बल्कि निगम हित में काम करने की नसीहत दी. पार्षद शहर में रोशनी, नाली सफाई व अन्य कार्यो में संवेदकों द्वारा लापरवाही किये जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से नाराज थे. पार्षद ने कहा कि संवदेक काम नहीं करते हैं और निगम की ओर से भी कोई कार्रवाई नहीं होती है.