सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन जिला आपूर्ति पदाधिकारी शंकर मेहता ने किया. स्कूल की प्राचार्य श्वेता वर्मा के निर्देशन में बच्चों ने ‘लकड़ी की काठी…’ व ‘लुंगी डांस…’ आदि गानों पर डांस कर दर्शकों से खूब तालियां गटोरीं. वहीं, ‘ये आग कब बुङोगी?’ नाटक देख दर्शकों के आंखों में आंसू आ गये. बाल कलाकारों ने समाज के लिए अभिशाप बनी दहेज प्रथा के खिलाफ महिलाओं व युवाओं से आवाज उठाने का आह्वान किया.
मौके पर उपस्थित स्कूल के निदेशक योगेंद्र प्रसाद वर्मा, एमयू के पाली विभागाध्यक्ष कृष्णदेव प्रसाद वर्मा व चंद्रदीप प्रसाद समेत सभी ने बाल कलाकारों की सराहना करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की. नृत्य में आर्ची ने पहला, स्वाति ने दूसरा व नेहा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया. गायन में कृतिका राज को पहला व विवेक कुमार को दूसरा स्थान मिला. नाटक में प्रीति, आदित्य व स्वाति ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. इन सभी को गणतंत्र दिवस पर स्कूल की ओर से पुरस्कृत किया गया.