.. और डिसिल्वा के लिए सिरदर्द बन गया पियानो
गया: हिंदी फिल्मों के अभिनेता रघुवीर यादव के नेतृत्व में पहुंची एक टीम ने शुक्रवार की शाम रेनेसांस के थियेटर में ‘पियानो’ नामक नाटक की प्रस्तुति दी. नाटक के थीम में रघुवीर यादव मुख्य भूमिका में थे. उनका चरित्र अकेलेपन से तंग आकर विभिन्न इनसानों की बोली में लोगों को फोन कर परेशान करता है. […]
गया: हिंदी फिल्मों के अभिनेता रघुवीर यादव के नेतृत्व में पहुंची एक टीम ने शुक्रवार की शाम रेनेसांस के थियेटर में ‘पियानो’ नामक नाटक की प्रस्तुति दी. नाटक के थीम में रघुवीर यादव मुख्य भूमिका में थे. उनका चरित्र अकेलेपन से तंग आकर विभिन्न इनसानों की बोली में लोगों को फोन कर परेशान करता है.
नाटक में एक दूसरा कैरेक्टर डिसिल्वा का भी है, जो वह पियानो बेचने के लिए इश्तेहार देती है. इश्तेहार में डिसिल्वा का नंबर भी रहता है, जो रघुवीर के कैरेक्टर को मिल जाता है. रघुवीर उसे फोन कर परेशान करने लगता है. पियानो का इश्तेहार उसके लिए सिरदर्द बन जाता है.
डिसिल्वा उसकी हरकत से तंग हो जाती है, लेकिन रघुवीर को उससे प्रेम हो जाता है. नाटक में रघुवीर यादव के बेटे ने भी भूमिका निभायी. संगीत मिलिंद का व सेट-सज्जा पंतजी का था. पीपली लाइव के इस कलाकार ने दर्शकों की मांग पर ‘सखि सइयां तो खूबइ कमात है, महंगाई डायन..’ गाकर लोगों का खूब मनोरंजन किया.