‘उद्योग की दिशा में बढ़ें युवा’

गया: उद्योग मंत्री डॉ भीम सिंह ने कहा कि हर क्षेत्र में बिहार का इतिहास गौरवशाली रहा है. लेकिन, कुछ कारणों से कुछ दशक पहले बिहार पिछड़ गया था. उन कारणों का जिक्र नहीं करूंगा. लेकिन, युवा चाहें, तो हम खोये अतीत को दोबारा हासिल कर सकते हैं. इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है, सूबे में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2015 9:14 AM
गया: उद्योग मंत्री डॉ भीम सिंह ने कहा कि हर क्षेत्र में बिहार का इतिहास गौरवशाली रहा है. लेकिन, कुछ कारणों से कुछ दशक पहले बिहार पिछड़ गया था. उन कारणों का जिक्र नहीं करूंगा. लेकिन, युवा चाहें, तो हम खोये अतीत को दोबारा हासिल कर सकते हैं. इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है, सूबे में उद्यमिता का विकास. युवाओं को उद्योग-धंधों के प्रति जागरूक होना होगा. उद्योग की दिशा में युवाओं को आगे बढ़ना होगा.

वह युवाओं को उद्योग-व्यापार के प्रति जागरूक करने के लिए शनिवार को गया कॉलेज के परिसर में आयोजित ‘बिहार स्टार्टअप यात्र’ नामक सेमिनार के उद्घाटन के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे. उनके साथ बीटीएमसी सदस्य डॉ अरविंद सिंह भी थे. मंत्री ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि युवाओं को ऐसा काम करना चाहिए कि किसी से नौकरी मांगने की जरूरत नहीं पड़े. युवाओं को नौकरी मांगनेवाला नहीं, बल्कि देनेवाला बनना चाहिए.

उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि उद्योग-धंधे में नुकसान हुआ, तो कहीं के नहीं रहेंगे, लेकिन ऐसा नहीं है. अगर हम हिम्मत व साहस के साथ आगे बढें, तो सबकुछ हासिल कर सकते हैं. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि गया-डोभी रोड पर स्थित बुद्धा पॉलिटेक्निक के डायरेक्टर अवधेश कुमार इंजीनियर हैं. वह कहीं नौकरी कर सकते थे. लेकिन, उन्होंने हिम्मत जुटायी. एक इंस्टीट्यूट खोली. सरकार ने उनकी मदद की. आज देखिए, सैकड़ों लोग उनकी कंपनी में काम कर रहे हैं. इस दौरान श्री सिंह ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना सहित कई योजनाओं द्वारा उद्योग-धंधे के लिए दी जानेवाली सब्सिडी के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा कृषि आधारित उद्योग धंधों में 35 फीसदी अनुदान दिया जा रहा है. गया शहर के तिलकुट व पत्थरकट्टी के मूर्ति व अगरबती उद्योग के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि युवा इनके प्रति आकर्षित हों, तो इसमें व्यापार की अपार संभावनाएं हैं.
चीन व भारत के उद्योग-धंधों की तुलना : मंत्री ने कहा कि चीन ने आजादी पाने के बाद उद्योग धंधों पर ध्यान दिया. कर्मचारियों ने अनुशासित तरीके से काम किया. आज देखिए, चीन पूरे दुनिया में अपना डंका बजा रहा है. उससे सीख लें और युवा उद्योग के प्रति आकर्षित हों. बिहार में नागरिकों में उद्यमिता के विकास के लिए स्टार्टअप यात्र का शुभारंभ किया गया है. इसकी शुरुआत पटना स्थित साइंस कॉलेज से किया गया था. अब गया कॉलेज के परिसर में किया जा रहा है. हमारी योजना है कि यह कार्यक्रम मगध विश्वविद्यालय में भी हो और नौकरी के पीछे भागनेवाले युवाओं को उद्योग के प्रति जागरूक करें. इस मौके पर बिहार स्टार्टअप यात्रा से जुड़े अभिषेक कुमार, ऋषभ कुमार सिंह सहित कई लोग उपस्थित थे.

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