गया: शेरघाटी अनुमंडल के बांकेबाजार थाने के खैरा गांव के रहने वाले 35 वर्षीय राम प्रवेश मांझी की हत्या बुधवार की देर रात कर दी गयी. उसका शव गया-चेरकी मुख्य पथ पर मगध मेडिकल थाना क्षेत्र में स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल के सामने पेड़ की झुरमुट में फेंका हुआ था. गुरुवार की सुबह राहगीरों ने शव को देखा. इसके बाद आसपास के ग्रामीण वहां एकत्रित हो गये.
घटना की सूचना मिलते ही मगध मेडिकल थानाध्यक्ष जय शंकर कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और शव की पहचान करने की कोशिश की. मृतक की गरदन में गमछा लिपटा था. शव की पहचान नहीं होने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया. बाद में छानबीन के दौरान गुरुवार की दोपहर शव की पहचान रामप्रवेश मांझी के रूप में उनके परिजनों ने की.
जीजा के घर आया था रामप्रवेश
रामप्रवेश की हत्या के मामले में मगध मेडिकल थाने में अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अशोक कुमार सिंह ने बताया कि कुछ दिन पूर्व राम प्रवेश को हॉर्निया व अपेंडिक्स का ऑपरेशन हुआ था. बुधवार को वह अपनी पत्नी के साथ डॉक्टरों से सलाह लेने के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल आया था. राम प्रवेश के बहनोई राम गुलाम मांझी का घर मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के करमा-टिकर गांव में था.
शाम हो जाने के कारण राम प्रवेश अपनी पत्नी के साथ करमा-टिकर गांव में ठहर गया. एएसपी ने बताया कि रात में खाना खाकर सभी परिवार सोये हैं, लेकिन राम प्रवेश रात में वहां से कैसे निकला, यह जांच का विषय है. ऐसे उसकी पत्नी ने बताया है कि दो-दो ऑपरेशन होने के बाद रामप्रवेश की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. इस कारण खैरा गांव में स्थित अपने घर में उसे एक कमरे में बंद कर रखा जाता था, लेकिन बहनोई के घर में उसे बंद कर नहीं रख सकते थे. रामप्रवेश रात में खाकर सोया था. एएसपी ने बताया कि उसकी पत्नी सहित बहनोई से पूछताछ की गयी है. प्राथमिकी दर्ज कर लगी है.