कागजों पर ही रह गये प्लान
गया: शहर के सौंदर्यीकरण के लिए नगर निगम की ओर से करीब छह माह पहले निगम की ओर से कई सारे लोक-लुभावन बातें कही गयी थीं. लोगों को तरह-तहर के सब्जबाग भी दिखाये गये थे. ये योजनाएं ऐसी थीं, जिनके कार्यान्वयन से शहर के सौंदर्य में चार चांद लग जाते. मसलन चिड़िया घर, चिल्ड्रेन पार्क […]
गया: शहर के सौंदर्यीकरण के लिए नगर निगम की ओर से करीब छह माह पहले निगम की ओर से कई सारे लोक-लुभावन बातें कही गयी थीं. लोगों को तरह-तहर के सब्जबाग भी दिखाये गये थे. ये योजनाएं ऐसी थीं, जिनके कार्यान्वयन से शहर के सौंदर्य में चार चांद लग जाते.
मसलन चिड़िया घर, चिल्ड्रेन पार्क व स्टेडियम आदि. इसके लिए प्लान भी तैयार कर लिए गये थे. इसके बाद निगम के अधिकारी इन योजनाओं का प्रस्ताव लेकर नगर विकास विभाग के पास गये भी. लेकिन, सारी की सारी योजनाएं कागजों पर ही सिमट कर रह गयीं. कहीं से कोई सुगबुगाहट भी नहीं दिख रही. पूछने पर किसी के पास कोई जवाब भी नहीं है.
निगम के बजट में भी कई प्लान
नगर विकास विभाग को सौंपे गये प्लान में कई ऐसे भी हैं, जिन्हें निगम ने अपने बजट में शामिल किया है. इनमें मुख्य रूप से शहर के धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण, रोप-वे का निर्माण आदि शामिल हैं. गौर करनेवाली बात यह है कि बजट पेश हुए चार महीने बीत चुके हैं, लेकिन अब तक इस पर दोबारा चर्चा नहीं हो सकी है. अब तो शहर में यह भी चर्चा है कि लोगों की नाराजगी दूर करने के लिए निगम सिर्फ हवा-हवाई दावे करता है. ये प्लान बस कागज पर तैयार होते हैं, हकीकत से इनका कोई वास्ता नहीं.