गया में स्वाइन फ्लू दे सकता है दस्तक !

गया: ‘स्वाइन फ्लू’ गया में भी दस्तक दे सकता है. यह डर न केवल आम लोगों को है, बल्कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी सताने लगा है. एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य विभाग ने गया एयर पोर्ट पर चौकसी बढ़ा दी है. देश-विदेश से आने वाले यात्रियों पर भी नजर रखी जा रही है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2015 8:20 AM
गया: ‘स्वाइन फ्लू’ गया में भी दस्तक दे सकता है. यह डर न केवल आम लोगों को है, बल्कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी सताने लगा है. एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य विभाग ने गया एयर पोर्ट पर चौकसी बढ़ा दी है. देश-विदेश से आने वाले यात्रियों पर भी नजर रखी जा रही है.
सिविल सजर्न डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि एयर पोर्ट पर संदिग्ध लोगों की काउंसेलिंग के लिए स्वास्थ्य कर्मचारी के साथ डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति भी की गयी. चार बेड का स्पेशल वार्ड भी बनाया गया है. इसके अलावा संक्रामक रोग अस्पताल (आइडीएच) में भी चार बेड का स्पेशल वार्ड बनाया गया है. जरूरत पड़ी तो जयप्रकाश नारायण अस्पताल में भी स्पेशल वार्ड बनाया जा सकता है. 21 फरवरी से जिले में पांच दिवसीय पल्स पोलियो राउंड के साथ-साथ जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जायेगा. हैंडविल के माध्यम से ‘स्वाइन फ्लू’ व ‘एक्यूट इनसेफ्लाइटिस सिंड्रोम’ के बारे में आम लोगों को जानकारी दी जायेगी. हैंडविल में बीमारी का लक्षण, सावधानी, बचाव व उपचार की जानकारी दी गयी है.
क्या है स्वाइन फ्लू
स्वाइन फ्लू एक वायरल बीमारी है. इसके वायरस का नाम एच5एन1 है, जो सूअरों, चिड़ियों व मनुष्यों से फैलता है. इसकी पहचान अप्रैल 2009 में हुई. सामान्य तौर पर सर्दी, खांसी व बुखार के साथ यह बीमारी आदमी को गिरफ्त में लेती है. कभी-कभी जानलेवा भी बन जाता है.
स्वाइन फ्लू के लक्षण
सर्दी, खांसी, बुखार, छींक आना,गले में खराश, गला दुखना, नजला, सिरदर्द, थकावट, ठंड लगना व कमजोरी महसूस होना मुख्य लक्षण हैं. कुछ लोगों को उल्टी-दस्त की भी शिकायतें होती हैं.
स्वाइन फ्लू के मरीज
आम तौर पर स्वाइन फ्लू किसी को भी हो सकता है. लेकिन, बूढ़े व बच्चे आसानी से इसकी गिरफ्त में आ जाते हैं. गर्भवती महिलाएं, अस्थमा, डायबिटीज व गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग इस बीमारी की चपेट में ज्यादा आते हैं.

Next Article

Exit mobile version