प्रो-वीसी के बॉडीगार्ड ने कर्मियों पर ताना रिवॉल्वर

बोधगया: प्रति कुलपति (प्रो-वीसी) के बॉडीगार्ड द्वारा विभागीय कार्यो में दखल देने, कुलपति के पीए को अपशब्द कहने व कर्मचारियों पर रिवॉल्वर तानने के विरोध में शिक्षकेतर कर्मचारियों ने गुरुवार की दोपहर मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो (डॉ) एम इश्तियाक के सामने जम कर हंगामा किया. इस हंगामे में कुलपति के टेबुल पर रखी कांच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2015 8:30 AM
बोधगया: प्रति कुलपति (प्रो-वीसी) के बॉडीगार्ड द्वारा विभागीय कार्यो में दखल देने, कुलपति के पीए को अपशब्द कहने व कर्मचारियों पर रिवॉल्वर तानने के विरोध में शिक्षकेतर कर्मचारियों ने गुरुवार की दोपहर मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो (डॉ) एम इश्तियाक के सामने जम कर हंगामा किया. इस हंगामे में कुलपति के टेबुल पर रखी कांच भी टूट गयी.
जानकारी के अनुसार, गुरुवार को संविदा पर बहाल चार शिक्षकेतर कर्मचारी कुलपति कक्ष में पहुंचे. सभी अपनी संविदा की अवधि बढ़ाने की मांग कर रहे थे. इस पर कुलपति के पीए रमण कुमार ने उनकी फाइल कुलपति (वीसी) तक पहुंचाने की बात कहते हुए इन्हें बाहर रहने को कहा. थोड़ी देर में ही वीसी से इनका बुलावा आया, जिसके बाद इनलोगों ने कुलपति के सामने अपनी बातें रखीं. इन्हें सुन कर कुलपति ने कार्रवाई का भरोसा दिया और पीए से फाइल रखने को कहा. इसके बाद कर्मचारी बाहर निकल गये. इसी दौरान वहां पर मौजूद प्रो-वीसी प्रो कृतेश्वर प्रसाद के बॉडीगार्ड उदय ने कुलपति के पीए को कुछ अपशब्द कह दिया. कुलपति के पीए ने बॉडीगार्ड को विभागीय कार्य में दखल नहीं देने की नसीहत दी. इस पर बॉडीगार्ड कुलपति के पीए व अन्य कर्मचारियों से उलझ गया. विवाद बढ़ा, तो उसने कर्मचारियों पर अपनी सर्विस रिवॉल्वर भी तान दी.
घटना की सूचना मिलते ही शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अमितेष प्रकाश व अन्य विभागों के कर्मचारी भी वहां जमा हो गये. सभी ने बॉडीगार्ड को तुरंत हटाने की मांग की. इस दौरान कुलपति कक्ष में मौजूद प्रो-वीसी ने अपने बॉडीगार्ड को उनके कार्यालय में जाने का निर्देश दिया. काफी देर के हंगामे के बाद मामला शांत हुआ और कर्मचारी अपनी सीटों को लौटे.
इधर, कुलपति को लिखे नोट में एमयू के डीएसडब्ल्यू डॉ सीताराम सिंह ने कहा है कि प्रो-वीसी के बॉडीगार्ड की हरकत निंदनीय है और उसे बदलने का निर्णय लिया जाये. डीएसडब्ल्यू ने बताया कि बॉडीगार्ड की ड्यूटी प्रो-वीसी की रक्षा करना है, न कि एमयू के विभागीय कार्यो में दखल देना.

Next Article

Exit mobile version