गया: बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) के द्वितीय स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा को कदाचारमुक्त संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन कमर कस चुका है. खास कर दूसरे के नाम पर परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों (मुन्ना भाइयों) पर कड़ी नजरें रहेंगी. पकड़े जाने पर सीधे जेल भेजे जायेंगे.
यह बात जिला पदाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने शुक्रवार को रेडक्रॉस में आयोजित केंद्राधीक्षकों व प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी की संयुक्त समीक्षा बैठक में कहीं. गया में 28 हजार 821 परीक्षार्थियों के लिए 46 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं, जहां 16 फरवरी (सोमवार को) एक पाली में अपराह्न् दो से सवा चार बजे तक परीक्षा ली जायेगी. परीक्षा के दौरान सभी केंद्रों पर धारा 144 (निषेधाज्ञा) लगी रहेगी.
परीक्षार्थियों का बॉडी सर्च
डीएम ने बताया कि कदाचारमुक्त परीक्षा संपन्न कराने के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल की तैनाती की गयी है. परीक्षा से पहले परीक्षार्थियों के पूरे शरीर की तलाशी ली जायेगी. महिला परीक्षार्थियों के लिए महिला पदाधिकारियों की तैनाती की गयी है. 200 परीक्षार्थियों पर एक केंद्र प्रेक्षक रहेंगे. इसके साथ ही स्टैटिक मजिस्ट्रेट, 19 गश्ती दल व पांच उड़नदस्ता होंगे.
ॅहोगी वीडियोग्राफी भी
सभी परीक्षा केंद्रों पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गयी है. 100 परीक्षार्थी पर एक वीडियो ग्राफर होगा. परीक्षार्थियों पर पैनी नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगे रहेंगे.
इलेक्ट्रॉनिक सामान वजिर्त
परीक्षार्थियों को प्रत्येक खंड के लिए एक-एक टेक्सट बुक यानी तीन खंडों के लिए तीन टेक्सट बुक परीक्षा हॉल में ले जाने की अनुमति होगी. पर, मोबाइल, कैलकुलेटर व अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामन नहीं ले सकेंगे. टेक्सट बुक के अलावा किसी प्रकार के गाइड, हस्तलिखित नोट्स व फोटो स्टेट सामग्री आदि ले जाने की अनुमति नहीं है.
फर्जी परीक्षार्थियों को जेल
किसी परीक्षार्थी की जगह पर दूसरे व्यक्ति के पकड़े जाने पर दोनों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर की जायेगी. पकड़े गये परीक्षार्थी सीधे जेल भेजे जायेंगे. इस मौके पर सिटी एसपी राकेश कुमार, निगम आयुक्त निलेश देवरे व जिला अपर परिवहन पदाधिकारी राजीव कुमार श्रीवास्तव सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे.