गया: बिहार राज्य पंचायत रोजगार सेवक संघ ने गुरुवार को 11 बजे से धर्मसभा भवन में राज्यस्तरीय सम्मेलन आयोजित किया है. बुधवार को गांधी मंडप में बैठक कर सम्मेलन की तैयारी की समीक्षा गयी. बैठक की अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष अनुपम कुमार ने की. इसमें सामूहिक अवकाश पर अडिग रहने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया. साथ ही आंदोलन को सशक्त बनाने के लिए सम्मेलन में रणनीति बनाने का निर्णय लिया गया. बरखास्त दो पंचायत रोजगार सेवकों (पीआरएस) की सेवा में वापसी सहित अन्य नौ सूत्री मांगों को लेकर गत पांच जुलाई से ही जिले के पीआरएस आंदोलनरत है.
इस बीच सामूहिक इस्तीफा, मशाल जुलूस, रैली, धरना-प्रदर्शन व 24 घंटे का सांकेतिक सामूहिक उपवास किया जा चुका है, लेकिन अभी तक डीआरडीए के अधिकारियों द्वारा कोई पहल नहीं की गयी है. बिहार राज्य पंचायत रोजगार सेवक संघ के जिलाध्यक्ष अनुपम कुमार ने डीआरडीए के अधिकारियों पर दुर्भावना से प्रेरित होकर कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती है, सामूहिक उपवास जारी रहेगा. उन्होंने कहा है कि अधिकारियों में थोड़ी भी संवेदनशील व विकास की चिंता होती तो आंदोलन कब का समाप्त हो गया होता.
लगातार आंदोलन तेज करना संघ की बाध्यता है. इन्हीं मुद्दों को लेकर गया में संघ का राज्य सम्मेलन बुलाया गया है. इसमें संघ के प्रदेश अध्यक्ष आनंद मिश्र, केंद्रीय महामंत्री डीपी दीक्षित सहित सभी जिलों के अध्यक्ष, सचिव व सक्रिय कार्यकर्ता शामिल होंगे. बैठक में संघ के जिला प्रवक्ता सुबोध कुमार शांडिल्य, महेंद्र चौधरी, मुकेश रंजन, नागमणि कुमार, सरजून कुमार, विकास कुमार पासवान, प्रमोद कुमार सुमन, मनोज कुमार, देवबली कुमार, संतोष कुमार, मृत्युंजय कुमार, नीरज कुमार आदि उपस्थित थे.