600 एलक्ष्डी से भी जगमगायेगा शहर

स्मार्ट सिटी. 7000 स्ट्रीट लाइटों की हो रही मरम्मत प्रसनजीत गया : नगर निगम शहर की 7000 स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत कर रहा है. इसके अलावा लगभग 600 जगहों पर एलक्ष्डी लाइट लगाने का भी काम चल रहा है. इससे शहर की सड़कें जगमग होंगी. लाइट मरम्मत की जिम्मेवारी रॉयल कंस्ट्रक्शंस को दी गयी है, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 20, 2015 7:48 AM
स्मार्ट सिटी. 7000 स्ट्रीट लाइटों की हो रही मरम्मत
प्रसनजीत
गया : नगर निगम शहर की 7000 स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत कर रहा है. इसके अलावा लगभग 600 जगहों पर एलक्ष्डी लाइट लगाने का भी काम चल रहा है. इससे शहर की सड़कें जगमग होंगी. लाइट मरम्मत की जिम्मेवारी रॉयल कंस्ट्रक्शंस को दी गयी है, जबकि एलक्ष्डी लाइट की जिम्मेवारी निगम के पास ही है.
शहर में 7000 स्ट्रीट लाइटें हैं. इनमें 5500 सीएफएल व 1500 सोडियम लाइटें हैं. इनमें 52 मिनी हाइ मास्ट व 21 बड़े हाइ मास्ट शामिल हैं. लाइटों की मरम्मत की मॉनीटरिंग के लिए निगम के सात अभियंताओं को भी तैनात किया गया है.
अधिकारियों के मुताबिक, एजेंसी को एक साल तक काम करने का ऑर्डर दिया गया है. इस दौरान वह लाइटों की देखरेख व मरम्मत का कामकाज देखेगी. फिलहाल, कंपनी के मैकेनिक चार ग्रुपों में बंट कर लाइटों की मरम्मत कर रहे हैं.
काशीनाथ मोड़ से खलीस पार्क तक लगेंगी 100 एलक्ष्डी : शहर में काशीनाथ मोड़-जयप्रकाश झरना से होते हुए खलीस पार्क तक 100 जगहों पर पोल सहित एलक्ष्डी लाइटें लगायी जा रही हैं. इसके अलावा बिसार तालाब, समाहरणालय गेट से कोयरीबारी, गेवाल बिगहा से चांदचौरा होते हुए विष्णुपद तक एलक्ष्डी लाइटें लगायी जा रही हैं. उक्त जगहों पर पहले से लगी सीएफएल व सोडियम लाइटों को स्थानीय पार्षदों की अनुशंसा पर गली-मुहल्लों में लगाया जायेगा.
टोराका : विश्व का पहला एलक्ष्डी सिटी
स्ट्रीट लाइटों में एलक्ष्डी का पहला प्रयोग 2007 में हुआ था. इटली के टोराका शहर में पहली बार स्ट्रीट लाइटों को एलक्ष्डी युक्त किया गया. शहर में कुल 700 जगहों पर एलक्ष्डी लगाये गये. यूरोप में यह पहला प्रयोग था. टोराका के सराहनीय प्रयास के लिए 2007 में पुरस्कृत किया गया है. यूरोपीय अखबारों ने टोराका को ‘एलक्ष्डी सिटी’ का नाम दिया.
हेल्पलाइन नंबर जारी करेगा निगम
लाइटों की मरम्मत के बाद निगम एक हेल्पलाइन नंबर जारी करेगा, जिस पर स्ट्रीट लाइट के संबंध में शिकायत की जा सकती है. यह हेल्पलाइन नंबर निगम की वेबसाइट पर होगी. फिलहाल, निगम की वेबसाइट बनाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. इसे एक अप्रैल को जारी किया जायेगा.

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