पड़ोसी की गवाही पर मिलेगी अनुदान राशि : नरेंद्र सिंह
गया : राज्य भर में सूखे की स्थिति को देखते हुए सरकार ने किसानों के हित में नया फैसला लिया है. अब प्रत्येक रविवार को प्रखंड मुख्यालय में कैंप लगा कर डीजल अनुदान के रुपये बांटे जायेंगे.
इसकी स्वीकृति के लिए किसानों व अधिकारियों को अब ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी. किसानों को अपने पड़ोसी खेत के किसान से बस पटवन की पुष्टि करानी होगी. इसके लिए जरूरी कागजात उपलब्ध कराये जायेंगे.
ये बातें कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने रविवार को यहां विधान पार्षद अनुज कुमार सिंह के आवास पर आयोजित एक प्रेस वार्ता में कहीं.
उन्होंने कहा कि हर सप्ताह सोमवार से शुक्रवार तक डीजल अनुदान के आवेदन लिये जायेंगे. शनिवार को संबंधित अधिकारी इनकी पड़ताल करेंगे और रविवार को सभी प्रखंड मुख्यालयों में डीजल अनुदान के रुपये दे दिये जायेंगे. इससे किसानों को सहूलियत होगी. एक सवाल के जवाब में कृषि मंत्री ने कहा कि सूखे को लेकर सरकार गंभीर है.
लेकिन, गया सहित अन्य जिलों को सूखाग्रस्त जिला घोषित करने की फिलहाल जरूरत महसूस नहीं की जा रही है. अगर आवश्यकता पड़ी, तो विचार किया जायेगा. उन्होंने किसानों को वैकल्पिक फसलों की खेती करने की सलाह देते हुए कहा कि किसान वे फसलें लगाएं, जिनके लिए बहुत पानी जरूरी नहीं है.
–भाजपा पर फिर बरसे मंत्री
भाजपा पर निशाना साधते हुए मंत्री ने कहा कि आरएसएस इनकी माता है. इसकी आड़ में कई छद्मवेषी संगठन देश में सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने में जुटे हैं. साधु–संतों का क्या काम है? बाल–दाढ़ी बढ़ा कर समाज में कई तरह की बातें फैलाना. इन्हें खेती व व्यवसाय से थोड़े न मतलब है? आगामी लोकसभा चुनाव में हमारी मंशा है कि केंद्र में गैर–कांग्रेसी व गैर भाजपा सरकार बने.
मंत्री से यह पूछने पर कि क्या वह थर्ड फ्रंट के माध्यम से नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री बनने का रास्ता प्रशस्त करना चाहते हैं, उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि उनकी शक्ति सांप्रदायिक पार्टी को केंद्र की सत्ता में आने से रोकने में लगेगी. उन्होंने कहा कि 1996 में वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी व लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में भाजपा से गंठबंधन हुआ था.
वर्षो तक गंठबंधन साथ रहा. लेकिन, जिस रणनीति के तहत गंठबंधन बना था, उस पर भाजपा कायम नहीं रही. इस मौके पर पूर्व मंत्री रामनाथ ठाकुर, विधान पार्षद अनुज कुमार सिंह, बीटीएमसी के सदस्य डॉ अरविंद कुमार सिंह, प्रो कौशलेंद्र कुमार सिंह, मुनेश्वर सिंह, कुंडल वर्मा, अजय साव, वीरेंद्र कुमार, सत्येंद्र कुमार व कमलेश कुमार वर्मा सहित बड़ी संख्या में जदयू कार्यकर्ता उपस्थित थे.