स्कूल उत्क्रमित हुआ, नहीं मिले संसाधन

डोभी : सर्वशिक्षा अभियान की जिला कार्य समिति ने प्राथमिक विद्यालय, अमारूतडीह को उत्क्रमित कर मध्य विद्यालय तो बना दिया. लेकिन, संसाधन नहीं होने के कारण पहले से बने दो कमरों में ही आठ कक्षाओं के बच्चे बैठ कर पढ़ते हैं. ये दोनों कमरे भी काफी जजर्र हो चुके हैं. एक कमरे की छत का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2015 9:02 AM
डोभी : सर्वशिक्षा अभियान की जिला कार्य समिति ने प्राथमिक विद्यालय, अमारूतडीह को उत्क्रमित कर मध्य विद्यालय तो बना दिया. लेकिन, संसाधन नहीं होने के कारण पहले से बने दो कमरों में ही आठ कक्षाओं के बच्चे बैठ कर पढ़ते हैं. ये दोनों कमरे भी काफी जजर्र हो चुके हैं. एक कमरे की छत का प्लास्टर का एक बड़ा भाग टूट कर गिरा हुआ है.
हालांकि, स्कूल के प्रभारी में उस कमरे में पढ़ाई बंद करा दी है. स्कूल में कुल नौ शिक्षक पदस्थापित हैं. बताया जाता है कि 2006-2007 में स्कूल को मध्य विद्यालय का दर्जा तो दे दिया गया. लेकिन, विभागीय अधिकारियों ने न तो मानव संसाधन बढ़ाया व न ही कमरे का ही निर्माण कराया. यही नहीं 2012 में उत्प्रेरण अनुसूचित महादलित आवासीय विद्यालय की स्थापना की गयी थी. लेकिन, विभागीय लापरवाही की वजह से यह स्कूल बंद हो चुका है. फिलहाल महादलित विद्यालय में ही मध्य विद्यालय के बच्चों को पठन-पाठन किया जा रहा है.
स्कूल में कुल 350 बच्चों का नामांकन है. गांववालों का कहना है कि स्कूल के उत्क्रमित होने के बाद लोगों का हौसला बढ़ा था कि अब यहां की बच्चियां भी आठवीं तक शिक्षा पा सकेंगी. लेकिन, विभागीय पदाधिकारियों की उपेक्षा व उदासीनता के कारण हौसला टूटता जा रहा है़
दो बार विभाग को दिया आवेदन : विद्यालय प्रभारी भरत कुमार व शिक्षक आरिफ ने बताया कि विद्यालय का भवन काफी जजर्र है. इसकी मरम्मत के लिए दो बार विभाग को आवेदन दिया गया, लेकिन अब तक उस पर कार्रवाई नहीं की गयी. मंगलवार की रात विद्यालय के एक कमरे की छत का प्लास्टर का एक बडा भाग टूट कर गिर गया. शुक्र रहा कि यह हादसा पठन-पाठन के समय नहीं हुआ.
मेरे कार्यालय का कोई संबंध नहीं : डोभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीइओ) नागेंद्र सिंह ने बताया कि विद्यालय के भवन की मरम्मत व निर्माण का कार्य सर्वशिक्षा समिति करती है. मेरे कार्यालय का भवन से काई संबंध नहीं है.

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