अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज में इ-कॉलेजिंग पर जोर

गया : अनुग्रह मेमोरियल (एएम) कॉलेज में नैक (नेशनल असेसमेंट एंड एक्रिडिएशन काउंसिल) के मानदंडों को पूरा करने के लिए कुछ आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं. इनमें अव्वल तो कॉलेज परिसर में विभिन्न स्थानों पर सात सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने की योजना है. कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर (डॉ) मोहम्मद हदीक ने बताया कि सप्ताह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2015 9:03 AM
गया : अनुग्रह मेमोरियल (एएम) कॉलेज में नैक (नेशनल असेसमेंट एंड एक्रिडिएशन काउंसिल) के मानदंडों को पूरा करने के लिए कुछ आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं. इनमें अव्वल तो कॉलेज परिसर में विभिन्न स्थानों पर सात सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने की योजना है. कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर (डॉ) मोहम्मद हदीक ने बताया कि सप्ताह भर में सभी को स्थापित कर लिया जायेगा. उल्लेखनीय है कि कॉलेज की जांच के लिए एक टीम आनेवाली है.
कॉलेज प्रबंधन टीम के आने से पहले जरूरी कामकाज को पूरा कर लेना चाहता है. हालांकि, प्रधानाचार्य ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे सुरक्षा के लिहाज से लगाये जा रहे हैं. इससे कॉलेज में होनेवाली गतिविधियों पर नजर रखी जायेगी. इसमें यूजीसी व एमयू का भी सहयोग है.
उन्होंने बताया कि कॉलेज में लिंग्वा लैब (लिटरेचर लेबोरेटरी) स्थापित करने की बात हुई थी, पर मानव संसाधन विभाग से पैसे नहीं मिले. फिलहाल इसे स्थगित कर दिया गया है. प्रोफेसर हदीक ने बताया कि इ-कॉलेजिंग को ध्यान में रखते हुए क्लास रूमों को भी स्मार्ट क्लास रूम में बदलने की योजना है. इसके अलावा कॉलेज की वार्षिक पत्रिका ‘विभूति’ का दूसरा अंक भी प्रकाशित किया गया.
गौरतलब है कि 1972 में तत्कालीन प्रधानाचार्य विश्वनाथ सिंह के कार्यकाल में पत्रिका का पहला अंक प्रकाशित हुआ था.
एएम कॉलेज के प्रधानाचार्य पर अनियमितता का आरोप
गया : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को मगध विश्वविद्यालय के कुलपति को अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज (गया) में वित्तीय अनियमितता की जांच के लिए एक आवेदन सौंपा. परिषद के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मुकेश सिन्हा का आरोप है कि अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज के प्राचार्य व उनके सहयोगी महाविद्यालय कोष को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं. नैक के नाम पर महाविद्यालय के सौंदर्यीकरण कराने को लेकर लूट मची है. उनका आरोप है कि यूजीसी के प्रावधानों को परे रख कर एक मद के रुपये दूसरे मद में खर्च किये जा रहे हैं. नगर मंत्री सौरभ कुमार ने बताया कि जांच की कार्रवाई जल्द नहीं करायी गयी, तो योजनाबद्ध तरीके से विश्वविद्यालय मुख्यालय पर धरना, प्रदर्शन व कुलपति का घेराव किया जायेगा.

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