गया: बिहार के गया जिला के डुमरिया थानांतर्गत प्रखंड के हुरमेठ गांव के एक ग्रामीण को उसके घर से अगवाकर काचर गांव के समीप ले जाकर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी है. पुलिस ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि मृतक के शरीर में तीन गोलियां लगी हैं और उनके शव के पास से कारतूस के तीन खोखे बरामद किये गये हैं.
वरीय पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने बताया कि इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ स्थानीय थाना डुमरिया में प्राथमिकी दर्ज करायी जा रही है. वह मृतक ग्रामीण संजय यादव के परिजनों से मिलने आज उनके घर गए थे. डुमरिया थाना प्रभारी ओम प्रकाश ने बताया कि करीब डेढ सौ की संख्या में प्रतिबंधित नक्सली संगठन तृतीय प्रस्तुति कमेटी (टीपीसी) के हथियारबंद सदस्यों ने गत 07-08 मई की रात्रि में हुरमेठ गांव से संजय सहित उसके भाई अजय यादव तथा एक अन्य रिश्तेदार मनोज यादव को उनके घर से अगवा करके ले गए थे.
इनमें से उन्होंने अजय और मनोज की पिटाई करने के बाद उन्हे उसी गांव में छोड़ दिया जबकि संजय को अपने साथ अगवाकर ले जाने के बाद उसकी चाकर गांव के समीप गोली मारकर हत्या कर दी.
उन्होंने टीपीसी द्वारा जन अदालत लगाकर संजय की हत्या किए जाने की बात से इंकार करते हुए बताया कि संजय का शव कल सुबह डुमरिया-हरिहरगंज मुख्यमार्ग पर पड़ा हुआ मिला. ओमप्रकाश ने बताया कि संजय के शरीर में तीन गोलियां लगी हैं और शव के पास से कारतूस के तीन खोखे नक्सलियों द्वारा छोड़ा गया. साथ ही एक हस्तलिखित पर्चा बरामद हुआ है जिसमें संजय पर प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के लिए मुखबिरी करने तथा टीपीसी सदस्य रविंद्र गंजू की माओवादियों द्वारा की गयी हत्या का बदला लेने की बात कही गयी है.
उल्लेखनीय है कि संजय के चचेरे भाई सरेखा यादव युवा राजद के प्रखंड नेता हैं. मृतक के परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर कल डुमरिया-हरिहरगंज मुख्य मार्ग को जाम कर दिया था जो कि बाद में पुलिस एवं प्रशासन के आश्वासन पर समाप्त हुआ.