शहर में घर-घर से 77 टेंपो उठायेंगे कूड़ा
गया: कई सालों से बंद पड़े डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम नगर निगम एक बार फिर शुरू करने की तैयारी कर रहा है. इस बार आउटसोर्सिग से नहीं, बल्कि निगम अपने स्तर पर कूड़ा उठायेगा. इसके लिए निगम 77 टेंपो का उपयोग करेगा. एक जून से यह व्यवस्था शुरू करने की योजना है. डोर-टू-डोर कूड़ा […]
गया: कई सालों से बंद पड़े डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम नगर निगम एक बार फिर शुरू करने की तैयारी कर रहा है. इस बार आउटसोर्सिग से नहीं, बल्कि निगम अपने स्तर पर कूड़ा उठायेगा. इसके लिए निगम 77 टेंपो का उपयोग करेगा. एक जून से यह व्यवस्था शुरू करने की योजना है.
डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के पहले फेज में शहर के कुछ वार्डो में ही यह सेवा शुरू की जायेगी. इसके बाद धीरे-धीरे सभी वार्डो में यह व्यवस्था लागू की जायेगी. वैसे घर-घर जाकर कूड़ा जमा करना निश्चित तौर पर जटिल प्रक्रिया है. इसीलिए नगर निगम फेज बाइ फेज कूड़ा उठाने की प्लानिंग कर रहा है. शहर के सभी वार्डो में रोटेशन के हिसाब से टेंपो द्वारा कूड़ा उठाया जायेगा. योजना के अगले चरण में शहर की छोटी व संकरी गलियों से भी कूड़ा उठाने के लिए ट्राइसाइकिल का भी इस्तेमाल किया जायेगा. इसके लिए आगामी 25 मई को प्रस्तावित बोर्ड की बैठक में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन पर पूरी प्लानिंग होने की उम्मीद है.
स्मार्ट सिटी की ओर बढ़ने की कवायद: जानकारी के अनुसार, गया को स्मार्ट सिटी के हर मानक पर खरा उतारने के उद्देश्य से ही साफ-सफाई पर विशेष जोर दिया जा रहा है. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में चयनित होने की शर्तो में सफाई सर्वोपरि है. ऐसे में गया शहर को साफ-सुथरा रखने व गली-नुक्कड़ पर कूड़े के ढेर जमा न हों, इसके लिए फिर से डोर-टू डोर कलेक्शन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. राज्य सरकार के प्रस्तावित यूजर चार्ज (उपभोक्ता शुल्क) को भी आनेवाले समय में लागू किया जा सकता है. इसके तहत हर घर से एक रुपया प्रतिदिन के हिसाब से हर महीने 30 या 31 रुपये बतौर शुल्क लिये जायेंगे. इस मुद्दे पर भी निगम बोर्ड की बैठक में चर्चा होगी.